चोटिल सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल की जगह बीती रात टीम से जुड़ने वाले गंभीर रिद्धिमान साहा और रविचंद्रन अश्विन के साथ खड़े थे तभी पैड लगाये कोहली तेजी से उनके पास आ गये। प्रशंसकों ने कोहली और गंभीर को 2013 सत्र के दौरान बेंगलुरू में हुए मैच में बहस करते देखा था।
आज दोनों लंबी चर्चा करते दिखे, जिसमें कुछ हंसी के पल भी थे। गंभीर पिछले दो वर्षों से बाहर हैं और वह टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले के साथ बातचीत करते दिखे, हालांकि उन्होंने नेट पर लंबे समय तक बल्लेबाजी नहीं की। वह आर अश्विन के साथ अंत में नेट पर बल्लेबाजी के लिये आये जिन्होंने कोर्न के कारण गेंदबाजी नहीं की। दोनों ने दो घंटे के अभ्यास के अंत में कुछ गेंदों का सामना किया लेकिन कप्तान कोहली ने बाद में स्पष्ट किया कि अभ्यास सत्र से कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जाना चाहिए। कोहली ने कहा कि कभी-कभार बल्लेबाजी क्रम का पालन करना होता है लेकिन यह जरूरी नहीं कि जिन्होंने नेट पर लंबे समय तक बल्लेबाजी नहीं की, वो नहीं खेलेंगे। कोहली ने कहा, मैच से एक दिन पहले हम बल्लेबाजी क्रम में निश्चित रूप से ऐसा करना पसंद करते हैं। पर, यह हर खिलाड़ी के लिये अलग-अलग होता है। कभी-कभार एक खिलाड़ी नेट पर बल्लेबाजी नहीं करना चाहता। वह सिर्फ थ्रोडाउन चाहता है और फिर चला जाता है। उन्होंने कहा, आप उसे नेट में प्रवेश करते हुए नहीं देखोगे, इसका मतलब यह नहीं कि वह नहीं खेलेगा। टेस्ट से एक दिन पहले हम बल्लेबाजी क्रम में बल्लेबाजी करना चाहते हैं लेकिन साथ ही अगर कोई बल्लेबाजी नहीं करना चाहता है तो इसका यह कतई मतलब नहीं है कि वह नहीं खेलेगा। यह खिलाड़ी की तैयारी की पसंद है। गंभीर ने शुरू में अजिंक्य रहाणे और शिखर धवन के साथ कुछ क्षेत्ररक्षण अभ्यास भी किया।
भाषा