महान क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन से बेहद प्रभावित हैं। उन्होंने लाबुशेन की बल्लेबाजी और खेलने के स्टाइल की जमकर तारीफ की। सचिन ने यहां तक कह दिया कि लाबुशेन उन्हें अपनी याद दिलाते हैं। उन्होंने यह बात एक सवाल के जवाब में कही। लाबुशेन का पिछले कई मैचों से बल्ला काफी बोल रहा है। सचिन तेंडुलकर इस समय ऑस्ट्रेलिया में हैं। सचिन यहां बुश फायर के रिलीफ फंड के लिए आयोजित हो रहे क्रिकेट बैश में पोंटिंग इलेवन के कोच हैं। इसी बीच सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के एक मीडिया हाउस से बात की और इस स्टाइलिश ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की जमकर तारीफ की।
बेहतरीन रहा पिछला साल
लाबुशेन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में शानदार बल्लेबाजी करते हुए इस दशक का और अपने करिअर का पहला दोहरा शतक भी जमाया था। उन्होंने कीवी टीम के विरुद्ध तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 549 रन बनाए थे। लाबुशेन घरेलू पिचों पर कहर बरपाने के बाद पिछले महीने तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलने भारत दौर पर आए थे। उन्होंने यहां वनडे में डेब्यू करते हुए बल्ले की चमक बिखेरी। उन्होंने दो मैचों में एक अर्धशतक की बदौलत कुल 100 रन बनाए। उन्हें एक मैच में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। साल 2018 के अक्टूबर में अंतरराष्ट्रीय करिअर का आगाज करने वाले लाबुशेन इस वक्त आईसीसी टेस्टे रैंकिंग में भारत के विराट कोहली, ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ के बाद तीसरे स्थान पर हैं।
लाबुशेन का फुटवर्क अविश्वसनीय है
सचिन को लाबुशेन का फुटवर्क काफी अच्छा लगता है जिसकी वजह से वो उनके कायल नजर आते हैं। इन दिनों ऑस्ट्रेलिया में मौजूद सचिन से शुक्रवार को पूछा गया कि क्या कोई मौजूदा दौर का खिलाड़ी उन्हें खुद की याद दिलाता है? पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने इसपर कहा कि लाबुशेन का फुटवर्क अविश्वसनीय है, इसलिए मैं उनका नाम लेना चाहूंगा।
मानसिक रूप से मजबूत हैं लाबुशेन
इसके बाद सचिन ने इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने देखा कि मार्नस के हेलमेट पर पहले जोफ्रा आर्चर की गेंद लगी। इसके बाद उन्होंने जब वह दूसरी गेंद का सामना किया। आगे सचिन ने कहा कि जब मार्नस 15 मिनट में बल्लेबाजी की तो मैंने कहा कि यह खिलाड़ी स्पेशल दिखता है। उनका फुटवर्क सटीक था और फुटवर्क शारीरिक नहीं है, यह मानसिक है। अगर आप अपने दिमाग में सकारात्मक सोच नहीं रखते हैं तो आपके पैर नहीं चलते हैं। मुझे स्पष्ट रूप से लगा कि यह लड़का मानसिक रूप से मजबूत है। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग से प्रभावित हुए पीड़ितों की मदद के लिए एक चैरिटी मैच शनिवार को खेला जाना है जिसमें सचिन रिकी पोंटिंग इलेवन के कोच होंगे।