मुरली विजय के चोटिल होने के कारण शृंखला में पहली बार खेल रहे पुजारा का 28वें मैच में यह सातवां टेस्ट शतक है। दोनों ने सातवें विकेट के लिए 104 रन की साझेदारी की। पुजारा ने धैर्य और अनुशासन के साथ बल्लेबाजी है। दूसरे छोर पर हालांकि नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे।
लंच के बाद पहली ही गेंद पर धम्मिका प्रसाद (65 रन पर चार विकेट)ने स्टुअर्ट बिन्नी को पगबाधा आउट कर दिया जिससे भारत का स्कोर पांच विकेट पर 119 रन हो गया।
पदार्पण कर रहे नमन ओझा (54 गेंद में 21 रन, तीन चौके)ने इसके बाद पुजारा के साथ मिलकर पारी को कुछ स्थिरता दी। दोनों ने छठे विकेट के लिए तेजी से 54 रन जोड़े। ये दोनों नियंत्रण में दिखे। दोनों ने स्पिनरों के खिलाफ रन बटोरे जबकि तेज गेंदबाजों का भी आसानी से सामना किया। ओझा हालांकि थारिंडु कौशल की गेंद पर खराब शाट खेलकर पवेलियन लौट गए। रविचंद्रन अश्विन (05)एक बार फिर बल्ले से नाकाम रहे और प्रसाद का चौथा शिकार बने।
मिश्रा ने इसके बाद पुजारा का अच्छा साथ निभाया। दोनों ने 70वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। पुजारा ने इसके बाद रंगना हेराथ की गेंद पर एक रन के साथ 214 गेंद में शतक पूरा किया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिसंबर 2013 में जोहानिसबर्ग में 153 रन की पारी खेलने के बाद पुजारा का यह पहला शतक है। इस बीच यह बल्लेबाज 22 पारियों में शतक जड़ने में नाकाम रहा।
इससे पहले पुजारा ने रोहित शर्मा (26)के साथ चौथे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी की। भारत की दिन की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब में सुबह के सत्र में 30.5 ओवरों में 69 रन ही जोड़ पाई जबकि उसने दो विकेट गंवाए। मैच की शुरुआत 15 मिनट पहले हुई और श्रीलंका की टीम ने जल्द ही दबदबा बना लिया।
भारत दो विकेट पर 50 रन से आगे खेलने उतरा। प्रसाद ने दिन के पहले ही ओवर में कप्तान विराट कोहली (18)के खिलाफ पगबाधा की दो विश्वसनीय अपील की जिसे अंपायर नाइजेल लांग ने ठुकरा दिया। दूसरी तरफ प्रदीप ने भी पुजारा को परेशान किया। पुजारा और कोहली ने 23वें ओवर में तीसरे विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी पूरी की लेकिन इसके बाद एंजेलो मैथ्यूज की आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद से छेड़छाड़ की कोशिश में कोहली विकेट के पीछे कैच दे बैठे।
रोहित इसके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे। उन्होंने आते ही हेराथ के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाए। उन्होंने बाएं हाथ के इस स्पिनर पर छक्का भी जड़ा। रोहित की सकारात्मक शुरूआत से पुजारा में भी जोश भर गया।
पहले 15 ओवर में हालांकि टीम इंडिया एक विकेट खोकर सिर्फ 22 रन ही जोड़ पाई। प्रसाद लंच से पूर्व अंतिम ओवर फेंकने आए और उनकी आउटस्विंगर पर रोहित ने स्लिप में उपुल थरंगा को कैच थमा दिया।