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रहाणे के शतक के बाद दक्षिण अफ्रीका की टुक-टुक

किसी एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जड़ने की अजिंक्य रहाणे की उपलब्धी के बाद भारत के 481 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच के चौथे दिन बेहद धीमी बल्लेबाजी करते हुए 72 ओवर खेलकर दो विकेट के नुकसान पर 72 रन बनाए।
रहाणे के शतक के बाद दक्षिण अफ्रीका की टुक-टुक

इससे पहले रहाणे के नाबाद 100 रन की बदौलत भारत ने अपनी दूसरी पारी पांच विकेट पर 267 रन बनाकर घोषित की। रहाणे ने अपनी शतकीय पारी के दौरान 206 गेंदों का सामना करते हुए आठ चौके और तीन छक्के मारे। दक्षिण अफ्रीका की टीम इसके बाद मैच ड्रा कराने के लक्ष्य के साथ उतरी। कप्तान हाशिम अमला ने मोर्चा संभाला और बेहद रक्षात्मक होकर खेलते हुए 207 गेंद में तीन चौकों की मदद से नाबाद 23 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की धीमी बल्लेबाजी का अंदाजा इस बात से लगता है कि अमला ने सलामी बल्लेबाज तेंबा बावुमा (34) के साथ दूसरे विकेट के लिए 38.4 ओवर में सिर्फ 44 रन जोड़ने के बाद एबी डिविलियर्स (91) गेंद में नाबाद 11 रन के साथ तीसरे विकेट के लिए 29.2 ओवर में 23 रन की अटूट साजेदारी की। मेहमान टीम के बल्लेबाजों के रक्षात्मक रवैये का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पारी में अधिकांश समय रन गति एक रन प्रति ओवर से भी कम रही।

अफ्रीकी कप्तान अमला ने खाता खोलने के लिए 46 गेंदें खेली जो पहला रन बनाने के लिए तीसरी सबसे अधिक गेंदें हैं। इससे पहले 2013 में इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्राड ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 62 जबकि 2000 में जिंबाब्वे के ग्रांट फ्लावर ने न्यूजीलैंड के ही खिलाफ 51 गेंद में खाता खोला था। दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका की शुरूआत खराब रही जब सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर (04) को रविचंद्रन अश्विन ने अपने दूसरे और पारी के चौथे ओवर में ही पवेलियन भेज दिया। उन्होंने स्लिप में रहाणे को कैच थमाया। अमला और बावुमा ने इसके बाद बेहद धीमी बल्लेबाजी की। दक्षिण अफ्रीका की टीम ने दूसरे सत्र में 34 ओवर में सिर्फ 35 रन बनाए लेकिन इस दौरान टीम ने कोई विकेट नहीं गंवाया। श्रृंखला में यह पहली बार हुआ जब बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने सत्र में कोई विकेट नहीं खोया। चाय के बाद हालांकि बावुमा की एकाग्रता टूटी और वह अश्विन की सीधी गेंद को चूक गए जिसने उनका ऑफ स्टंप उखाड़ दिया। बावुमा ने 117 गेंद की अपनी पारी के दौरान चार चौके और अश्विन पर एक छक्का जड़ा।

अपना पहला चौका अश्विन पर 115वीं गेंद पर जड़ने वाले अमला ने इसके बाद डिविलियर्स के साथ एक और धीमी साझेदारी की। दोनों ने लगातार 10 ओवर मेडन खेले। इस साझेदारी का पहला रन तब बना जब अमला ने 63वीं गेंद पर कामचलाउ स्पिनर शिखर धवन की फुलटॉस को चार रन के लिए भेजा। इसी ओवर में हालांकि अमला भाग्यशाली भी रहे जब सिली प्वाइंट पर खड़े चेतेश्वर पुजारा थोड़ा मुश्किल कैच लपकने में नाकाम रहे। एकदिवसीय क्रिकेट में सिर्फ 31 गेंद में शतक जड़ने वाले डिविलियर्स ने भी इसके बाद रविंद्र जडेजा पर एक रन के साथ 33वीं गेंद पर खाता खोला। उन्होंने दिन के अंतिम ओवर में अपनी 89वीं गेंद पर पहला चौका जड़ा। भारत की ओर से जडेजा ने 23 ओवर में सिर्फ 10 रन दिए जबकि अश्विन ने 23 ओवर में 29 रन देकर दो विकेट हासिल किए।

इससे पहले पहली पारी में 127 रन बनाने वाले रहाणे ने एक बार फिर दर्शनीय पारी खेली। टेस्ट क्रिकेट में अपने छठे शतक के साथ रहाणे भारत के उन एलीट क्रिकेटरों की सूची में शामिल हो गए जिन्होंने एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़े हैं। रहाणे से पहले चार भारतीय बल्लेबाज यह कारनामा कर चुके हैं जिसमें दिवंगत विजय हजारे, सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़ और विराट कोहली शामिल हैं। कल बेहद सतर्कता के साथ बल्लेबाजी करने वाले रहाणे आज स्वच्छंद होकर खेले। उन्होंने काइल एबोट पर कट करके चौका जड़ने के बाद मोर्ने मोर्कल की गेंद को थर्ड मैन पर छह रन के लिए पहुंचाया। रहाणे ने इसके बाद इमरान ताहिर पर स्लाग स्वीप से अपना दूसरा छक्का जड़ा जबकि डेन पीट की गेंद को भी छह रन के लिए भेजा। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कल 152 गेंद में 52 रन बनाए थे जबकि आज उन्होंने सिर्फ 54 गेंद में 48 रन बनाकर अपना शतक पूरा किया। इससे पहले सुबह कप्तान विराट कोहली (88) अपने 12वें टेस्ट शतक से चूक गए। वह अपने कल के स्कोर 83 रन में सिर्फ पांच रन जोड़ पाए। उन्हें एबोट ने पगबाधा आउट करके रहाणे के साथ उनकी पांचवें विकेट की 154 रन की साझेदारी का अंत किया। कोहली ने 165 गेंद का सामना करते हुए 10 चौके मारे।

 

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