इंग्लैंड के 310 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने लेग स्पिनर आदिल राशिद :64 रन पर तीन विकेट: और बायें हाथ के स्पिनरों जफर अंसारी :41 रन पर एक विकेट: और मोईन अली :47 रन पर एक विकेट: की बलखाती गेंदाें के सामने एक समय 71 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे लेकिन कप्तान कोहली :नाबाद 49:, रविचंद्रन अश्विन :32:, रविंद्र जडेजा :नाबाद 32: और मुरली विजय :31: की पारियों की बदौलत छह विकेट पर 172 रन बनाकर मैच ड्रा करा दिया।
इससे पहले इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक :130: ने एक बार फिर शानदार बल्लेबाजी का नजारा पेश करते हुए अपना 30वां शतक जड़ा जिससे इंग्लैंड ने दूसरी पारी तीन विकेट पर 260 रन पर घोषित करके भारत के सामने 49 ओवर में 310 रन का लक्ष्य रखा। चार साल पहले भारत दौरे पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कुक ने उसी क्रम को आगे बढ़ाया और भारत के खिलाफ छठा और भारतीय सरजमीं पर पांचवां शतक जड़ा जो किसी भी विदेशी बल्लेबाज के भारत में सर्वाधिक शतक हैं। उन्होंने वेस्टइंडीज के एवर्टन वीक्स और क्लाइव लायड तथा दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला को पीछे छोड़ा जिनके नाम पर भारत में चार-चार शतक दर्ज हैंं। दूसरा टेस्ट 17 नवंबर से विशाखापत्तनम में खेला जाएगा।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत की शुरूआत खराब रही। टीम ने दूसरे ओवर में ही क्रिस वोक्स की गेंद पर गौतम गंभीर का विकेट गंवा दिया जबकि टीम के रनों का खाता भी नहीं खुला था। पहली पारी में 29 रन बनाने वाले गंभीर वोक्स की उछाल लेती गेंद पर दूसरी स्लिप में कैच दे बैठे।
पहली पारी के दो शतकवीर विजय और पुजारा इसके बाद क्रीज पर थे। पुजारा भाग्य के सहारे कुछ समय क्रीज पर डटे रहे लेकिन 18 रन बनाने के बाद चाय से पूर्व राशिद की गेंद पर पगबाधा हो गए। पहली पारी में दोहरे शतक की साझेदारी करने वाले इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 47 रन जोड़े। भारत ने चाय तक दो विकेट पर 49 रन बनाए। विजय को 13 रन के स्कोर पर अंसारी ने अपनी ही गेंद पर जीवनदान दिया था लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाए और चाय के बाद राशिद की गेंद पर हसीब हमीद को कैच दे बैठे।
अजिंक्य रहाणे :01: मैच में दूसरी बार नाकाम रहे और मोईन की सीधी गेंद पर बोल्ड हो गए जिससे भारत का स्कोर चार विकेट पर 71 रन हो गया। कोहली और अश्विन ने इसके बाद विकेटों के पतन पर विराम लगाया। इंग्लैंड ने अश्विन के खिलाफ पगबाधा के फैसले पर रैफरल लिया लेकिन तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर क्रिस गफाने के फैसले को सही करार देते हुए उन्हें नाटआउट करार दिया।
कोहली और अश्विन ने 15 ओवर से अधिक तक इंग्लैंड को गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। अश्विन ने इस बीच अंसारी पर तीन चौके मारे लेकिन इसी ओवर में एक्सट्रा कवर पर जो रूट को कैच दे बैठे। उन्होंने 53 गेंद का सामना करते हुए छह चौकों की मदद से 32 रन बनाए। रिद्धिमान साहा भी नौ रन बनाने के बाद राशिद को उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे जिससे भारत का स्कोर छह विकेट पर 132 रन हो गया।
कोहली को इसके बाद जडेजा के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला और दोनाें ने सातवें विकेट के लिए 10 ओवर में 40 रन की अटूट साझेदारी करके इंग्लैंड को जीत से महरूम कर दिया। कोहली ने 98 गेंद की अपनी पारी में छह चौके जड़े जबकि जडेजा ने 33 गेंद की पारी में इतने ही चौके मारे।
इससे पहले सुबह लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने 11 गेंद के भीतर दो विकेट चटकाए लेकिन कुक की पारी की बदौलत इंग्लैंड ने अपनी स्थिति मजबूत रखी। पहली पारी में सिर्फ एक विकेट चटकाने वाले मिश्रा ने अपने पहले दो ओवरों में सलामी बल्लेबाज हसीब हमीद :82: और जो रूट :04: को पवेलियन भेजा।
कप्तान कुक ने हालांकि एक छोर संभाले रखा और अपने 136वें टेस्ट में 30वां शतक जड़ा। कुक ने 19 साल के भारतीय मूल के अपने जोड़ीदार हमीद के साथ पहले विकेट के लिए 180 रन जोड़कर भारत की जीत की संभावना लगभग खत्म की। इंग्लैंड ने सुबह 29 ओवर में 97 रन जोड़े।
मिश्रा ने हमीद को अपनी ही गेंद पर लपककर भारत को पहली सफलता दिलाई। हमीद पदार्पण करते हुए 82 रन बनाकर पवेलियन लौटे और शतक से चूक गए। उन्होंने 177 गेंद की अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का मारा। रूट भी इसके बाद मिश्रा की गेंद को हवा में लहरा गए और विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने आसान कैच लपका। इंग्लैंड ने सुबह धीमी बल्लेबाजी की।
कुक ने 122 गेंद में अर्धशतक पूरा किया लेकिन उन्होंने इसके बाद तेज बल्लेबाजी करते हुए 194 गेंद में शतक पूरा कर लिया। चाय के बाद कुक ने बेन स्टोक्स :नाबाद 29: के साथ तेजी से रन जुटाए लेकिन जब आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने उन्हें रविंद्र जडेजा के हाथों कैच कराया तो उन्होंने पारी घोषित कर दी। कुक ने 243 गेंद का सामना करते हुए 13 चौके जड़े। भाषा एजेंसी