वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए चुनी गई भारतीय टीम को लेकर सवाल उठ रहे हैं। रोहित शर्मा, शिखर धवन, भुवनेश्वर, करुण नायर और जसप्रीत बुमराह को टीम में शामिल नहीं किया गया है।
इस पर कप्तान विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का बचाव किया है। राजकोट टेस्ट से एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब वह मीडिया के सामने आए तो उन्हें टीम चयन को लेकर कई तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। यहां भारतीय कप्तान ने चयनकर्ताओं का बचाव करते हुए इस सीरीज में बेंचमार्क तय करने की बात कही है।
‘बेंचमार्क सेट करना चाहते हैं’
विराट ने कहा, 'हम इस सीरीज में बेंचमार्क सेट करना चाहते हैं। कुछ युवा खिलाड़ी टॉप ऑर्डर में आते हैं तो उन्हें अपना कौशल दिखाने का मौका मिलता है। मेरे ख्याल से युवा खिलाड़ियों के लिए यह अच्छा मौका होगा।'
क्यों उठे चयनकर्ताओं पर सवाल
चयनकर्ताओं पर उस वक्त सवाल उठने लगे, जब दो मैचों की सीरीज के लिए चयनित टीम में करुण नायर और एशिया कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले और टीम इंडिया को जीत दिलाने वाले रोहित शर्मा को मौका नहीं मिला। नायर को इंग्लैंड दौरे पर टीम में शामिल किया गया था लेकिन किसी भी मैच में नहीं खिलाया गया।
यही नहीं शिखर धवन, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह को भी टीम में शामिल नहीं किया गया। भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह को आराम देने पर सवाल उठाया है। भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने करुण नायर को बिना खेले टीम से बाहर करने पर चयनकर्ताओं पर निशाना साधा था।
पृथ्वी ने घरेलू क्रिकेट में किया उम्दा प्रदर्शन: कोहली
वेस्ट इंडीज के खिलाफ होने वाले पहले टेस्ट मैच से एक दिन पहले बोर्ड ने 12 खिलाड़ियों की लिस्ट जारी की है, जिसमें पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल का भी नाम है। इस चयन के बारे में कोहली ने कहा कि पृथ्वी शॉ, हनुमा विहारी और मयंक अग्रवाल ने डोमेस्टिक क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्हें इस सीरीज को मौके के रूप में लेना चाहिए न कि दबाव के रूप में। यहां उन्हें मौका मिलेगा कि वह प्रदर्शन करें और लंबे समय तक खेलने का जज्बा दिखा सकें।
करुण नायर ने क्या कहा
बिना खेले टीम से बाहर किए जाने के बारे में करुण नायर ने कहा, ‘मेरी टीम के चयनकर्ताओं और प्रबंधन से किसी भी प्रकार की कोई बातचीत नहीं हुई। यह मुश्किल है, लेकिन मैंने खुद से आगे बढ़कर कुछ नहीं पूछा। हां, हमारी अभी तक कोई बात नहीं हुई है।'
हरभजन ने चयनकर्ताओं पर बोला था हमला
हरभजन ने मंगलवार को एक इंटरव्यू में कहा, ‘यह ऐसा रहस्य है जिसे हल करने की जरूरत है। तीन महीने तक बेंच पर बैठा खिलाड़ी इतना बुरा कैसे हो सकता है कि वह टीम में बने रहने के लायक भी नहीं है।’ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के विभिन्न प्रारूपों में 700 से ज्यादा विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने कहा, ‘यकीन मानिए, राष्ट्रीय टीम के चयन के लिए यह चयन समिति जिस तरह का मापदंड अपना रही है, उससे मुझे उनकी सोच पर तरस आता है।’