भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने पहली बार खेली जा रही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को आइसीसी की सबसे बड़ी ट्रॉफी करार दिया है। मगंलवार को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी ने 2023 से 2031 तक के बीच नौ साल में 14 ग्लोबल टूर्नामेंट कराने का प्रस्ताव रखा है। इसी के बारे में विराट कोहली ने भी अपनी राय रखी है।
आईसीसी ने दिए दो नए टूर्नामेंट लाने का प्रस्ताव
क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था ने दो नए आईसीसी टूर्नामेंट लाने का प्रस्ताव सभी क्रिकेट प्लेइंग नेशन्स के सामने रखा है, जिसमें एक टी-20 चैंपियंस कप है, जबकि दूसरा वनडे चैंपियंस कप है। ये दोनों टूर्नामेंट चार साल के अंतराल पर आयोजित कराने का विचार है। ऐसे में अगर ये दो टूर्नामेंट भी आईसीसी के एफटीपी में शामिल होते हैं तो हर साल कम से कम एक आईसीसी टूर्नामेंट आयोजित होगा, जबकि नौ साल में कुल 14 ग्लोबल टूर्नामेंट आइसीसी आयोजित कराएगी।
उन सभी में बड़ी ट्रॉफी होगी
उधर, इसी बात को लेकर न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट मैच से पहले विराट कोहली ने कहा है, ‘मेरा मानना है कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप इन सभी टूर्नामेंट में आईसीसी का सबसे बड़ा टूर्नामेंट होगा। बाकी सभी टूर्नामेंट मेरे लिए उसके नीचे होंगे। यह संभावित रूप से उन सभी में बड़ी ट्रॉफी होगी और हर टीम चाहेगी कि वे लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर फाइनल मुकाबला खेले। हम भी किसी से अलग नहीं हैं। हम उसी जोन में हैं और हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द हम फाइनल के लिए क्वालीफाई करें और फिर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीतें।’
इस चैंपियनशिप की वजह से टेस्ट हुआ ज्यादा रोमांचक
उन्होंने आगे कहा, ‘आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की वजह से टेस्ट क्रिकेट ज्यादा रोमांचक हो गया है। यह कुछ ऐसा है जिसे हमने एक टीम के रूप में अनुभव किया है, हालांकि हमारे पास घर में खेलने के लिए ज्यादा मैच नहीं हैं। कुछ मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ होंगे, जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज भी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है। घरेलू सत्र के बाद ये हमारा पहला विदेशी दौरा होगा।’