ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्टीवन स्मिथ ने सबसे अधिक 105 रन बनाए जबकि एरोन फिंच ने 81 रन का योगदान दिया। मगर स्कोर को इस ऊंचाई तक ले जाने में असली भूमिका निभाई शेन वॉटसन, जेम्स फॉकनर और मिशेल जॉनसन ने जिन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए क्रमशः 28, 21 और 27 रन बनाए। जॉनसन ने तो 27 रन सिर्फ 9 गेंदों में बनाए। भारत की तरफ से उमेश यादव ने सबसे ज़्यादा चार विकेट चटकाए, जबकि मोहित शर्मा ने दो ओर रविचंद्रन अश्विन ने एक कंगारू खिलाड़ी को वापस भेजा।
इस विश्व कप में भारत के खिलाफ किसी भी टीम का यह सर्वोच्च स्कोर है। विश्व कप सेमीफाइनल में 300 से अधिक का स्कोर बनाने वाली आस्ट्रेलिया पहली टीम बन गई। इस टूर्नामेंट में पहली बार भारतीय गेंदबाज विरोधी टीम के पूरे दस विकेट नहीं चटका सके। टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनने वाली मेजबान टीम ने 300 से अधिक का स्कोर बना डाला। स्मिथ ने सिर्फ 93 गेंद में 11 चौकों और दो छक्कों के साथ 105 रन बनाए। आरोन फिंच ने उनका बखूबी साथ निभाते हुए 111 गेंद में 81 रन बनाए जिसमें सात चौके और एक छक्का शामिल था।
उन्होंने स्मिथ के साथ दूसरे विकेट के लिये 31 ओवरों में 182 रन जोड़े। बाद में मिशेल जानसन ने सिर्फ नौ गेंद में चार चौकों और एक छक्के के साथ 27 रन बनाकर टीम को 320 के पार पहुंचाया। भारतीय तेज गेंदबाज पहली बार काफी महंगे साबित हुए। उमेश यादव ने नौ ओवर में चार विकेट लिए लेकिन 72 रन दे डाले।
मोहम्मद शमी ने दस ओवर में 68 रन दिये और उन्हें विकेट नहीं मिली जबकि मोहित शर्मा ने 10 ओवर में 75 रन देकर दो विकेट चटकाए। आर अश्विन ने 10 ओवर में 42 रन दिए और ग्लेन मैक्सवेल का कीमती विकेट लिया। इसी विकेट के चलते भारत ने आस्ट्रेलिया को 350 के करीब पहुंचने से रोक दिया।