जिम्बाब्वे और नेपाल के क्रिकेट फैंस व खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। इसी साल जुलाई में बोर्ड के कामकाज में सरकारी हस्तक्षेप के चलते इन दोनों देशों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने निलंबित कर दिया था। सोमवार को दुबई में हुई बोर्ड की बैठक के बाद जिम्बाब्वे और नेपाल को अपने सदस्य के रूप में फिर से शामिल करने का फैसला सुना दिया गया है।
आईसीसी पुरुष अंडर-19 विश्व कप में भाग ले सकेगा
आईसीसी के चेयरमैन शशांक मनोहर ने कहा कि मैं जिम्बाब्वे क्रिकेट को बहाल करने की वचनबद्धता के लिए जिम्बाब्वे के खेल मंत्री का आभार व्यक्त करता हूं। जिम्बाब्वे क्रिकेट के सहयोग के लिए काम करने की उनकी इच्छा स्पष्ट है और उन्होंने आईसीसी बोर्ड की शर्तों का बिना शर्त पालन किया है। जिम्बाब्वे अब जनवरी में आईसीसी पुरुष अंडर-19 विश्व कप और 2020 के आखिर में आईसीसी सुपर लीग में भाग ले पाएगा।
आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप का ईनाम राशी बढ़ाई
नेपाल को भी शर्तों के आधार पर फिर से सदस्यता दी गई है। नेपाल क्रिकेट संघ की 17 सदस्यीय केंद्रीय कार्यकारिणी के चुनाव इस महीने के शुरू में संपन्न हुए जिससे उसकी वापसी का रास्ता साफ हुआ। आईसीसी ने इसके अलावा आईसीसी महिला प्रतियोगिताओं की पुरस्कार राशि 26 लाख डालर तक बढ़ाने का फैसला भी किया। अगले साल आस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप के विजेता को अब दस लाख डालर और उप विजेता को पांच लाख डालर की राशि मिलेगी। यह 2018 की पुरस्कार राशि से पांच गुना अधिक है।
प्रशासनिक समिति को बगैर किसी शर्त के किया बहाल
इससे पहले, जिम्बाब्वे के स्पोर्ट्स एंड रीक्रिएशन कमीशन (एसआरसी) ने जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड (जैडसी) की प्रशासनिक समिति को फिर से बहाल करने का निर्णय किया था। एसआरसी ने ये निर्णय अदालत द्वारा इस संबंध में दिए गए आदेश के पालन में किया था। कोर्ट ने ये निर्णय आईसीसी द्वारा 24 जुलाई को क्रिकेट जिम्बाब्वे को लिखे गए पत्र के मिलने के बाद दिया। आदेश में बोर्ड की प्रशासनिक समिति को बगैर किसी शर्त बहाल करने के लिए कहा गया था। अब जिम्बाब्वे के फैंस अपनी टीम को जल्द मैदान पर खेलते देख सकेंगे।