रोनाल्डो ने वेल्स के डिफेन्स के अंदर अच्छी तरह से सेंध लगायी और स्टेड डि लियोन में 50 हजार दर्शकों के सामने अपने देश की तरफ से पहला गोल किया। इसके बाद नानी ने पुर्तगाल के नायक रोनाल्डो के शाट को डिफलेक्ट करके दूसरा गोल दागा जिससे टीम की फाइनल में जगह सुनिश्चित हो गयी जहां उसका सामना मेजबान फ्रांस और विश्व चैंपियन जर्मनी के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
रोनाल्डो का सामना किसी और से नहीं बल्कि रीयाल मैड्रिड के अपने साथी गेरेथ बेल से था। इन दोनों के बीच टूर्नामेंट के शुरू से कोई बातचीत नहीं हुई थी लेकिन पुर्तगाल के जीतने के बाद रोनाल्डो ने क्लब के अपने साथी को गले लगा लिया। रोनाल्डो जब 19 साल के थे तब यूरो 2004 के फाइनल में पुर्तगाल की टीम यूनान से 1-0 से हार गयी थी और वह मैदान पर ही रोने लगे थे। उन्होंने उस घटना को याद करते हुए कहा, टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करके फाइनल में जगह बनायी है। उम्मीद है कि रविवार को आप मुझे खुशी में रोते हुए देखोगे। उन्होंने कहा, मैंने हमेशा पुर्तगाल की जीत का सपना देखा और उम्मीद है कि इस बार हमारा समय है। मैं आश्वस्त हूं। मैं इसका हकदार हूं। सभी पुर्तगाली इसके हकदार हैं।
बेल ने रोनाल्डो की तारीफ की जिनके साथ मैड्रिड में उनके रिश्ते बहुत अच्छे नहीं रहे। उन्होंने कहा, वह नैसर्गिक गोल स्कोरर है और उसने फिर से गोल किया। हम बहुत निराश हैं। हमने अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किये। हमें किसी तरह का खेद नहीं है। बेल ने पहले हाफ में अपनी तेजी और ताकत से पुर्तगाली गोल में कुछ हड़कंप मचाया लेकिन दूसरे हाफ के पांचवें मिनट में ही राफेल गुरेरो ने रोनाल्डो को क्रास दिया जिन्होंने हेडर से उस पर खूबसूरत गोल कर दिया। इसके तीन मिनट बाद नानी ने रोनाल्डो के शाट को डिफलेक्ट करके पुर्तगाल का स्कोर 2-0 कर दिया। पुर्तगाल के समर्थक इससे खुशी से उछल पड़े।
भाषा एजेंसी