चैम्पियंस लीग में इंग्लैंड के क्लब टॉटेनहैम हॉटस्पर ने नीदरलैंड के क्लब अजाक्स को हराकर फाइनल में अपना स्थान पक्का कर लिया है। टॉटेनहैम की टीम पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। उसने सेमीफाइनल के दूसरे लेग में अजाक्स को 3-2 से हराया। पहला लेग वह 0-1 से हार गया था। इस तरह एग्रीगेट स्कोर 3-3 हो गया, लेकिन अवे गोल के आधार टॉटेनहैम फाइनल में पहुंच गया।
तीसरी बार इंग्लैंड के दो क्लब होंगे आमने-सामने
अजाक्स ने टॉटेनहैम के घरेलू मैदान पर एक गोल किया था, लेकिन टॉटेनहैम ने उसके होमग्राउंड पर तीन गोल किए। टॉटेनहैम की टीम फाइनल में इंग्लैंड के ही क्लब लिवरपूल से एक जून को खेलेगी। लिवरपूल लगातार दूसरे साल और कुल नौवीं बार फाइनल में पहुंचा है। यूरोप के सबसे बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में तीसरी बार इंग्लैंड के दो क्लब आमने-सामने होंगे। पिछली बार 2008 में चैम्पियंस लीग के खिताबी मुकाबले में मैनचेस्टर यूनाइटेड और चेल्सी की टीम आमने-सामने थी। उससे पहले 1972 में टॉटेनहैम और वोल्व के बीच यूएफा कप का फाइनल हुआ था, लेकिन वह चैम्पियंस लीग नहीं था।
लुकस मौरा रहे मैच के हीरो
टॉटेनहैम के लिए लुकस मौरा इस मैच के हीरो रहे। उन्होंने अपने 50वें चैम्पियंस लीग मैच में तीन गोल किए। लुकस ने पहला गोल 55वें, दूसरे 59वें और तीसरा 90+6वें मिनट में किया। उन्होंने शुरुआती दो गोल 204 सेकंड में किए। इससे पहले अजाक्स के लिए पहला गोल कप्तान मैथिस डी लिट ने पाचवें मिनट में किया। यह चैम्पियंस लीग में अजाक्स का 150वां गोल था। इसके बाद 36वें मिनट में हाकिम जियाक ने टीम के लिए दूसरा गोल किया।
इसी के साथ लुकस मौरा चैम्पियंस लीग के सेमीफाइनल में हैट्रिक गोल करने वाले पांचवें फुटबॉलर भी बन गए हैं। इससे पहले इटली के डेल पिएरो, क्रोएशिया के इविका ओलिच, पोलैंड के रॉबर्ट लेवेंदोस्की और पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो ऐसा कर चुके हैं।
बार्सिलोना का टूटा सपना
इससे पहले लिवरपूल ने बार्सिलोना को चैंपियंस लीग सेमीफाइनल के दूसरे चरण में 4-0 से मात देकर कुल 4-3 की जीत के साथ फाइनल का टिकट कटा लिया। पहले चरण में घर में बार्सिलोना को 3-0 से जीत दिलाने कप्तान लियोनल मेसी और लुईस सुआरेज यहां कोई कमाल नहीं दिखा पाई। मेसी ने घर पहले चरण में दो और सुआरेज ने एक गोल किया था। 1986 के बाद यह पहला मौका है जब कोई टीम सेमीफाइनल में तीन गोल से पिछड़ने के बावजूद खिताबी मुकाबले में पहुंची। यह संयोग ही है कि 33 साल पहले बार्सिलोना ने ही ऐसा किया था। तब उसने स्वीडन के क्लब गोटेबोर्ग को हराया था।