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प्रफुल्ल पटेल फीफा कार्यकारी परिषद में बने पहले भारतीय सदस्य

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल शनिवार को फीफा कार्यकारी समिति के सदस्य चुने...
प्रफुल्ल पटेल फीफा कार्यकारी परिषद में बने पहले भारतीय सदस्य

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल शनिवार को फीफा कार्यकारी समिति के सदस्य चुने गए। इस परिषद में चुने जाने वाले पहले भारतीय बने पटेल के पक्ष में 46 में से 38 मत पड़े। एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) की ओर से पांच सदस्यों को फीफा परिषद के लिए चुना गया है, जिसमें एएफसी के अध्यक्ष और एक महिला सदस्य भी शामिल हैं। 

चार साल का होगा कार्यकाल

कुआलालंपुर में शनिवार को एएफसी के 29वीं कांग्रेस के दौरान यह चुनाव हुए। सदस्यों का चयन 2019 से 2023 तक के चार साल के कार्यकाल के लिए हुआ है। फीफा के लिए चुने जाने के बाद पटेल ने कहा कि मैं इसके लिए काफी कृतज्ञ हूं। मैं एएफसी के सभी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझे इस पद के लिए उपयुक्त समझा। फीफा परिषद के सदस्य के रूप में मेरी जिम्मेदारी बहुत बड़ी है। मैं न केवल अपने देश का बल्कि पूरे महाद्वीप का प्रतिनिधित्व करूंगा। एशिया में फुटबॉल की तेजी से विकास के लिए मुझ पर भरोसा जताने लिए आप सभी को मेरा धन्यवाद। 

पटेल का चयन होना महत्वपूर्णः सुब्रत दत्ता 

इस मौके पर पटेल के साथ एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास और वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुब्रत दत्ता भी मौजूद थे। दत्ता ने कहा कि पटेल की जीत भारतीय फुटबॉल के लिए एक मील का पत्थर है। पटेल को बधाई, वह इस सम्मान के पूरी तरह से हकदार हैं। उनके नेतृत्व ने भारतीय फुटबॉल को अधिक ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। फीफा परिषद के सदस्य के रूप में उनकी उपस्थिति से एशियाई फुटबॉल को काफी फायदा होगा। 

पटेल के नेतृत्व में एआईएफएफ ने कई मुकाम हासिल किये

पटेल के नेतृत्व में एआईएफएफ को मनीला में 2014 में एएफसी वार्षिक पुरस्कारों में जमीनी स्तर पर फुटबॉल को बढ़वा देने के लिए एएफसी के प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था। इसके बाद 2016 में एएफसी ने एआईएफएफ को सर्वश्रेष्ठ विकासशील सदस्य संघ के लिए पुरस्कार दिया था। उनके नेतृत्व में ही भारत ने फीफा अंडर-17 विश्व कप की सफल मेजबानी की जिसकी काफी प्रशंसा हुई। इसके बाद भारत ने 2020 में फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी करने के लिए दावेदारी हासिल की है।

कई उम्मीदवारो को हराकर बने सदस्य

परिषद के लिए पटेल के अलावा अल- मोहन्नदी (कतर), खालिद अवाद अल्तेबिती (सऊदी अरब), मारियानो वी. अरनेटा जूनियर (फिलीपीन), चुंग मोंग ग्यु (कोरिया), दू झोकाई (चीन), मेहदी ताज (ईरान) और कोह्जो तशिमा (जापान) ने उम्मीदवारी जताई थी। फीफा परिषद के लिए चुने जाने वाले पहले भारतीय बने प्रफुल्ल पटेल ने अध्यक्ष शेख सलमान बिन इब्राहिम अल खलीफा की तरफ से शनिवार को कुआलालंपुर में एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) के 29वें कांग्रेस को संबोधित किया। 

शेख सलमान की जगह 29वीं एएफसी कांग्रेस को पटेल ने किया संबोधित

मां के निधन का शोक मना रहे शेख सलमान की तरफ से अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष पटेल ने कहा कि आपने अगले चार वर्षों के लिए एशियाई फुटबॉल परिवार का नेतृत्व करने के लिए मुझे चुना गया है। इस समर्थन और विश्वास के लिए मैं बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं। 

उन्होंने कहा कि मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि आपके समर्थन और सहयोग से हम एशियाई फुटबॉल को नई ऊंचाई पर ले जा सकेंगे। फीफा परिषद, एएफसी उपाध्यक्ष, महिला प्रतिनिधि और एएफसी कार्यकारी समिति जैसे विभिन्न पदों के लिए चुने गये लोगों को बधाई। उन्होने बताया कि यह विश्व फुटबॉल में भारत का स्थान दर्शाता है। इससे हमें अधिक आवाज मिलेगी। इससे हमारे युवा खिलाड़ियों के लिए अधिक टूर्नामेंट, अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मैच और एक नई दिशा मिलेगी खासकर जब वह भारत से बाहर खेल रहे हों।

29वीं एएफसी कांग्रेस ने शनिवार को शेख सलमान को दूसरी बार चार साल (2023 तक) के कार्यकाल के लिए अध्यक्ष चुना और इस बार उनकी उम्मीदवारी को चुनौती देने वाला भी कोई नहीं था। 

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