गौरतलब है कि नरसिंह यादव पर प्रतिबंधित दवा लेने का आरोप लगने के बाद उनके रियो ओलंपिक में भाग लेने की संभावना कम हो गई। नरसिंह पर आरोप लगने के बाद इस तरह की खबरें भी आई कि उनके साथ धोखा हुआ है। मामले ने तूल पकड़ा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस प्रकरण की जानकारी मांगी। संसद में भी मामला उठा और लगातार नरसिंह के पक्ष में सोशल मीडिया पर जोरदार आवाज उठी। उत्तर प्रदेश के बनारस के रहने वाले नरसिंह यादव का मामला जोर पकड़ने लगा कि लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से इस प्रकरण पर चुप्पी साधे रहे।
गुरुवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि नरसिंह के साथ अन्याय नहीं होगा। नरसिंह के समर्थन में कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह भी आगे आ गए हैं। उन्होने कहा कि इस मामले में निष्पक्ष जांच हो। उधर नरसिंह यादव ने इस पूरे प्रकरण में साजिश की बात कही है। उन्होने दो लोगों के खिलाफ एफआईआर भी करवाया है। गुरुवार को अंतिम फैसला होगा कि नरसिंह रियो जाएंगे या नहीं।