पूर्व सीएजी विनोद राय की अध्यक्षता वाली प्रशासकों की समिति बीसीसआई के निर्वाचित पदाधिकारियों के कार्यभार संभालने के बाद पद छोड़ देगी। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि सीओए, जो बीसीसीआई को चला रहा था और उसके पदाधिकारी क्रिकेट निकाय के लिए किए गए अपने फैसलो के लिए किसी भी कार्रवाई से सुरक्षित रहेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर सीओए और उसके पदाधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू की जाती है तो इसकी पूर्व स्वीकृति की आवश्यकता होगी। कोर्ट ने बीसीसीआई को क्रिकेट निकाय के मामलों को चलाने में सीओए द्वारा किए गए कानूनी सहित सभी खर्चों को वहन करने का भी निर्देश दिया है।
एस ए बोबडे की अध्यक्षता अदालत की पीठ ने दिया निर्देश
न्यायमूर्ति एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली शीर्ष अदालत की पीठ ने निर्देश दिया कि बिना पूर्व अनुमति के सीओए के खिलाफ कोई कार्यवाही शुरू नहीं की जाएगी। बीसीसीआई चुनाव खत्म होते ही सीओए नए निकाय को प्रभार सौंप देगा। बीसीसीआई के चुनाव 23 अक्टूबर को होने वाले हैं।
23 अक्टूबर को पदभार संबालेंगे गांगुली
बीसीसीआई के चुनाव अधिकारी एन गोपालस्वामी ने बताया कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल) ने बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है, जबकि गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के जेय शाह, गृह मंत्री अमित शाह के बेटे ने, सचिव पद के लिए नामांकन दाखिल किया है। उपाध्यक्ष पद के लिए माहिम वर्मा (क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड) ने अपना नाम आगे कर दिया है, जबकि संयुक्त सचिव के पद के लिए जयेश जॉर्ज (केरेला क्रिकेट एसोसिएशन) ने नामांकन दाखिल किया है।
अनुराग ठाकुर के भाई अरुण सिंह धूमल कोषाध्यक्ष पद संभालेंगे
हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के भाई अरुण सिंह धूमल ने कोषाध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया है। प्रभतेज सिंह भाटिया (छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ) ने पार्षद पद के लिए अपना नाम सामने रखा, जबकि बृजेश परशुराम पटेल (कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ) और एम खैरुल जमाल मौजमदार (क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ मिजोरम) ने गवर्निंग काउंसिल के सदस्य के लिए नामांकन दाखिल किया।
अपनी अंतिम और ग्यारहवीं स्थिति रिपोर्ट सौंपी
15 अक्टूबर को सीओए ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी अंतिम और ग्यारहवीं स्थिति रिपोर्ट दिनांक 2 जनवरी 2017 और 30 जनवरी 2017 को औपचारिक रूप से निर्वहन करने की मांग की थी। स्थिति रिपोर्ट में सीओए ने बीसीसीआई चुनाव, चुनावी कार्यालय के गठन और लोढ़ा समिति के सुधारों के कार्यान्वयन के बारे में भी बात की है। रिपोर्ट में सीओए की अन्य बातों के साथ-साथ हितों के टकराव, बीसीसीआई के राज्य/सदस्य संघों की सदस्यता संरचना से संबंधित सिफारिशें भी शामिल हैं।