टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बुधवार को राहुल द्रविड़ को हितों के टकराव मामले में नोटिस जारी होने पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) के सदस्य संजय गुप्ता के आरोप लगाने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने हितों के टकराव मामले में द्रविड़ को नोटिस जारी किया है। बीसीसीआई के एथिक्स ऑफिसर जस्टिस (रिटायर्ड) डीके जैन ने द्रविड़ के लिए नोटिस जारी किया।
ऐसे हो रहा है हितों का टकराव
गुप्ता की शिकायत के मुताबिक द्रविड़ पर हितों के टकराव का आरोप है कि वह मौजूदा एनसीए निदेशक के साथ-साथ इंडिया सीमेंट्स ग्रुप के उपाध्यक्ष भी हैं, जो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स की मालिक है। अब राहुल द्रविड़ को हितों के टकराव मामले में घसीटा जा रहा है, जिस पर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली अपना आपा खो बैठे और उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की।
ट्विटर पर जाहिर की नाराजगी
गांगुली को हमेशा मैदान पर आक्रामक तेवर के लिए जाना जाता है और उन्होंने ट्विटर पर कुछ इस तरह ही अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। गांगुली ने एक न्यूज रिपोर्ट को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा कि भारतीय क्रिकेट में नया फैशन, हितों का टकराव। खबर में रहने का सर्वश्रेष्ठ तरीका। भगवान भारतीय क्रिकेट की मदद करे। द्रविड़ को बीसीसीआई एथिक्स ऑफिसर से हितों के टकराव का नोटिस मिला।
हरभजन ने भी किया गांगुली का समर्थन
अपने पूर्व कप्तान का समर्थन करते हुए हरभजन ने कहा कि वास्तव में ?? पता नहीं है कि यह कहां जा रहा है, आपको भारतीय क्रिकेट में इनसे बेहतर व्यक्ति नहीं मिल सकता है। इन दिग्गजों को नोटिस भेजना उनका अपमान करने जैसा है। क्रिकेट को उनकी सेवाओं की आवश्यकता है बेहतरी के लिए, हां भगवान भारतीय क्रिकेट बचाओ।
संजय गुप्ता ने ही की थी लक्ष्मण और तेंडुलकर के खिलाफ शिकायत
गुप्ता ने इससे पहले वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंडुलकर के खिलाफ भी हितों के टकराव की शिकायत दर्ज कराई थी। तब उन्होंने दोनों के क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) में शामिल होने के साथ-साथ आईपीएल फ्रेंचाइजी में मेंटर के रूप में काम करने के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। तेंडुलकर मुंबई इंडियंस जबकि लक्ष्मण सनराइजर्स हैदराबाद के मेंटर के रूप में काम कर रहे थे।
तेंडुलकर और लक्ष्मण अपने-अपने जवाब भी दे चुके हैं
हालांकि, तेंडुलकर और लक्ष्मण ने अपने जवाब दिए। तेंडुलकर ने बताया कि वह हितों के टकराव मामले का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं क्योंकि वह अनियमित रूप से मुंबई इंडियंस के साथ जुड़े हैं, वहीं लक्ष्मण ने हितों के टकराव मामले को दरकिनार करते हुए कहा कि अगर गलत साबित होते हैं तो सीएसी का अपना पद छोड़ने को तैयार हैं।
गांगुली भी अपना जवाब दे चुके हैं
रंजीत सियाल, अभिजीत मुखर्जी और बासवती संतुआ ने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के खिलाफ हितों के टकराव मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। गांगुली पर कैब अध्यक्ष होने के साथ-साथ आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के मेंटर होने का आरोप है। गांगुली ने बीसीसीआई लोकपाल को अपना जवाब देते हुए स्पष्ट किया था कि किसी प्रकार का हितों का टकराव नहीं है।
द्रविड़ को दो सप्ताह के अंदर अपना जवाब देना होगा
इससे पहले गांगुली, तेंडुलकर और लक्ष्मण की त्रिमूर्ति को बीसीसीआई एथिक्स ऑफिसर जैन से नोटिस मिल चुका है और अब इस लिस्ट में राहुल द्रविड़ का नाम भी जुड़ गया है। द्रविड़ से दो सप्ताह के अंदर अपना जवाब जमा करने को कहा है। बीसीसीआई के सूत्र ने एएनआई से कहा कि बीसीसीआई एथिक्स ऑफिसर जस्टिस डीके जैन ने एक शिकायत हासिल करने के बाद पिछले सप्ताह राहुल द्रविड़ को नोटिस भेजा है। उन्हें हितों के टकराव मामले में दो सप्ताह में अपना जवाब दाखिल करना है।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
			 
                     
                    