अब उसका सामना उजबेकिस्तान के बेक्तेमिर मेलिकुजिऐव से होगा। विकास ने कहा, वह ग्रुप में सबसे कठिन प्रतिद्वंद्वी है। यदि मैं उसे हरा सका तो स्वर्ण जीत लूंगा। मैं रजत या कांस्य नहीं लूंगा। या तो खाली हाथ लौटूंगा या स्वर्ण के साथ। उसे हरा दिया तो स्वर्ण जीतना पक्का है।
उसने कहा, वह काफी शक्तिशाली और भारी है लेकिन उसका कद लंबा नहीं है। उसके पास ताकत और दमखम है और वह युवा है। पिछले साल एशियाई चैम्पियनशिप में इसी प्रतिद्वंद्वी से मिली हार के बारे में उसने कहा, मैं उस समय फार्म में नहीं था जबकि वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा था। अब मैंने लय हासिल कर ली है। उसने कहा कि वह और उसके निजी कोच जगदीप हुड्डा अब आराम करके 15 अगस्त को होने वाले मुकाबले से एक दिन पहले ही उसकी रणनीति बनायेंगे। उसने कहा, मैं दो रात आराम करूंगा और मुकाबले से एक दिन पहले रणनीति बनाऊंगा। मैं तनावमुक्त रहकर दोस्तों के साथ मजा करना चाहता हूं। मेरा दोस्त आया है और निजी कोच भी है। हम तरोताजा होकर अगला मुकाबला खेलना चाहते हैं।
एजेंसी