भारत की तरफ से आकाशदीप सिंह, युसुफ अफान औैर जसजीत सिंह कुमार ने दो-दो गोल दागे और चीनी रक्षापंक्ति को तितर-बितर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जब हूटर बजा तब भारत टूर्नामेंट में जापान के खिलाफ किये गये दस गोल की बराबरी करने की स्थिति में दिख रहा था। इस मैच में भारत की अगुवाई कर रहे रूपिंदर पाल सिंह, निकिन थिम्मैया और ललित उपाध्याय ने भी एक-एक गोल किया जिससे भारत ने चार मैचों में तीन जीत और एक ड्रा से अपनी अंक संख्या दस पर पहुंचा दी है।
भारत कल मलेशिया से भिड़ेगा। ये दोनों ही टीमें राउंड रोबिन आधार पर शीर्ष पर पहुंचने की दौड़ में शामिल हैं। मलेशिया के लगातार तीन जीत से नौ अंक हैं। भारत इस मैच में स्टार गोलकीपर और कप्तान पीआर श्रीजेश के बिना उतरा था जिनकी बायीं एड़ी में चोट लग गयी है। इससे गोलकीपर आकाश चिकते को पूरे मैच में खेलने का मौका मिला और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन करके दो पेनल्टी कार्नर बचाये।
आकाशदीप ने नौवें मिनट में मैदानी गोल करके भारत का खाता खोला। उन्होंने पीछे से मिले पास पर चीनी रक्षकों और गोलकीपर वांग हांग यु को छकाकर शाट गोल में मारा। आकाशदीप ने 18वें मिनट में दूसरे गोल में मदद की। उन्होंने अफान की तरफ गेंद बढ़ायी जिन्होंने गोल करने में कोई गलती नहीं की। जसजीत ने 22वें मिनट में तलविंदर सिंह के साथ गेंद आगे बढ़ाने के बाद रिवर्स शाट से तीसरा गोल किया जबकि इसके तीन मिनट बाद रूपिंदर ने पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर मध्यांतर तक भारत को 4-0 से आगे कर दिया। रूपिंदर ने टूर्नामेंट में आठ पेनल्टी कार्नर पर गोल किये हैं और वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने भारत को मिले दूसरे पेनल्टी कार्नर पर भी गोल किया था लेकिन चीनी टीम ने इसका रिव्यू लिया जिसके बाद इसे रद्द कर दिया गया था।
थिम्मैया ने सुरेंद्र कुमार से मिले पास पर गोल करके 34वें मिनट में स्कोर 5-0 किया जिसके बाद चीन को लगातार दो पेनल्टी कार्नर मिले। गोलकीपर चिकते ने हालांकि इन पर गोल नहीं होने दिया। इसके तुरंत बाद खेल के 37वें मिनट में उपाध्याय ने भारत की तरफ से छठा गोल किया जबकि आकाशदीप ने 39वें मिनट में अपना दूसरा गोल दागा। गोल वर्षा यहीं पर नहीं थमी। सरदार सिंह ने बायें छोर से अफान को क्रास दिया जिन्होंने उस पर अपना दूसरा गोल करने में गलती नहीं की। इसके बाद जसजीत ने 51वें मिनट में गोल दागा।
भाषा