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फिडे विश्व कप: फाइनल मैच में हार कर भी जीत गए प्रज्ञानानंदा, मैग्नस कार्लसन बने विजेता

विश्व नंबर 1 मैग्नस कार्लसन ने गुरुवार को अजरबैजान के बाकू में अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ विश्व कप...
फिडे विश्व कप: फाइनल मैच में हार कर भी जीत गए प्रज्ञानानंदा, मैग्नस कार्लसन बने विजेता

विश्व नंबर 1 मैग्नस कार्लसन ने गुरुवार को अजरबैजान के बाकू में अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ विश्व कप का खिताब जीत लिया। उन्होंने इस जीत के लिए फाइनल मुकाबले में भारत के ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा को हराया। हालांकि, प्रज्ञानानंदा ने हारकर भी जीत हासिल की क्योंकि वह फिडे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर गए हैं।

भारत में प्रज्ञानानंदा को लेकर टूर्नामेंट की शुरुआत से ही उत्साह था। यह उत्साह तब और बढ़ गया जब मैच दर मैच वह अपने असाधारण कौशल का परिचय देते गए और प्रतिद्वंदियों को हराते हुए फाइनल मुकाबले तक पहुंच गए। फाइनल के बाद प्रज्ञानानंदा की तारीफें देश के कोने कोने में हो रही हैं।

बता दें कि प्रज्ञानानंद कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाले दिग्गज बॉबी फिशर और कार्लसन के बाद तीसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं।

नॉर्वेजियन शतरंज ग्रैंडमास्टर ने रैपिड शतरंज टाई-ब्रेकर का पहला गेम काले मोहरों से जीता और दूसरे गेम को सफेद मोहरों से ड्रा कराने में सफल रहे। टाई ब्रेकर रैपिड शतरंज क्विकर-टाइम कंट्रोल प्रारूप में खेला जाता है। प्रज्ञानानंदा ने कड़ा संघर्ष किया, लेकिन कार्लसन ने बड़े मैच के अनुभव से आखिर में जीत हासिल कर ली।

इससे पहले बुधवार को प्रज्ञानानंदा और कार्लसन ने क्लासिकल शतरंज की अपनी दोनों बाजी ड्रॉ खेली। प्रज्ञानानंदा को 2023 फिडे विश्व कप के उपविजेता के पद से संतोष करना पड़ा। लेकिन खास बात यह है कि वह फिडे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर गए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी और लिखा, "हमें फिडे विश्व कप में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए प्रज्ञानानंदा पर गर्व है! उन्होंने अपने असाधारण कौशल का प्रदर्शन किया और फाइनल में दुर्जेय मैग्नस कार्लसन को कड़ी टक्कर दी। यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। उन्हें आगामी टूर्नामेंटों के लिए शुभकामनाएं।"

 

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा, "18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रगनानंद ने फिडे के विश्व कप फाइनल में फाइनल में पहुंचकर और उपविजेता बनकर हर भारतीय का दिल जीत लिया है। उन्होंने खेल के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक का सामना करते हुए उच्चतम स्तर की उत्कृष्टता प्रदर्शित की।"

 

"मैं इस अभूतपूर्व प्रदर्शन के लिए उन्हें हार्दिक बधाई देता हूं। उन्होंने देश को गौरवान्वित किया है। चुनौतियों और कठिनाइयों के बीच उनकी असाधारण यात्रा में योगदान देने के लिए उनकी मां श्रीमती नागलक्ष्मी, वेलाम्मल स्कूल और उनके सभी गुरु और प्रशिक्षक विशेष उल्लेख के पात्र हैं। मैं कामना करता हूं कि प्रज्ञानानंद भविष्य में और अधिक गौरव हासिल करें।"

 

 

तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा, "चेन्नई की शान प्रज्ञानानंदा,
2023 फिडे विश्व कप में आपके उत्कृष्ट प्रदर्शन पर हार्दिक बधाई। दुनिया के नंबर 2 खिलाड़ी नाकामुरा और नंबर 3 कारूआना को हराकर फाइनल तक के आपके सफर ने हम सभी को अचंभित कर दिया है।"

 

"अंतिम परिणाम के बावजूद, आपकी उपलब्धि 140 करोड़ सपनों की प्रतिध्वनि है। पूरे देश को आप पर गर्व है, प्रज्ञानानंदा! आपका रजत पदक और फिडे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में प्रवेश मील के पत्थर हैं जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे।"

 

 

प्रज्ञानानंदा के पिता रमेश बाबू ने कहा, ''फाइनल में वह दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के खिलाफ खेला था। यह मैच हारना या जीतना महत्वपूर्ण नहीं था लेकिन दुनिया के नंबर 1 के खिलाफ खेलना बहुत महत्वपूर्ण था। इसके बाद, वह एक और टूर्नामेंट खेलने के लिए जर्मनी जाएंगे।''

 

 

प्रज्ञानानंदा की बहन वैशाली ने कहा, "पूरा देश उनके लिए प्रार्थना कर रहा है। कुछ मैसेज पढ़ कर मेरे रोंगटे खड़े हो रहे थे। मुझे यकीन है कि यह उनके करियर की शुरुआत है और वह देश को बहुत गौरव दिलाएंगे।"

 

 

2024 कैंडिडेट्स टूर्नामेंट आठ खिलाड़ियों का शतरंज टूर्नामेंट होगा जो 2 अप्रैल से 25 अप्रैल 2024 तक टोरंटो, कनाडा में आयोजित होने वाला है। टूर्नामेंट का विजेता 2024 विश्व शतरंज चैम्पियनशिप मैच के लिए 'चैलेंजर' बनेगा।

प्रज्ञानानंदा का टूर्नामेंट बहुत अच्छा रहा, जहां उन्होंने वर्ल्ड नंबर 2 हिकारू नाकामुरा को टाई-ब्रेकर में हराया, जबकि फाइनल में वर्ल्ड नंबर 3 फैबियानो कारूआना को हराया।

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