बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (बीसीसीआई) के सीईओ राहुल जौहरी पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने विनोद राय की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एक कमिटी का गठन किया है, जो इस पूरी घटना की जांच करेगी।
इस कमिटी का गठन गुरुवार को किया गया, जिसमें इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व जज राकेश शर्मा, दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन बरखा सिंह और सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर पीसी शर्मा शामिल हैं। जस्टिस शर्मा इस कमिटी के चेयरमैन होंगे।
पैनल ने कमिटी को अपनी रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर सौंपने को कहा
तीन सदस्यीय इस कमिटी को पैनल ने अपनी रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर सौंपने को कहा है। एक महिला द्वारा राहुल जौहरी पर लगाए गए सनसनीखेज आरोपों के बाद कमिटी ने उनसे इस मामले में जवाब मांगा था। इस पर जौहरी ने 20 अक्टूबर को अपना जवाब सौंपते हुए सारे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था।
राहुल जौहरी पर लगे आरोपों की जांच करेगी सीओए
कमिटी ऑफ ऐडमिनिस्ट्रेटर्स (सीओए) ने अपने बयान में कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने सीओए का गठन मामले की जांच के लिए किया है। इस मामले में एक स्वतंत्र कमिटी जौहरी पर बीसीसीआई में काम के दौरान लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करेगी।' बता दें कि बीसीसीआई की सात राज्य इकाइयों ने बोर्ड के सीईओ राहुल जौहरी के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच लंबित रहने तक उन्हें निलंबित करने की मांग की है।
सात राज्यों से निलंबित करने की उठी मांग
बीसीसीआई के पूर्व पदाधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, 'सात राज्य इकाइयों सौराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, गोवा ने गुरुवार को प्रशासकों की समिति को अलग-अलग पत्र लिखकर सीईओ राहुल जौहरी को जांच लंबित रहने तक निलंबित करने की मांग की है। अब फैसला विनोद राय को करना है।'
यौन शोषण के आरोपों के बाद राहुल जौहरी को छुट्टियों पर भेज दिया गया
गौरतलब है कि एक अज्ञात महिला लेखक द्वारा यौन शोषण के आरोप में फंसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी को छुट्टियों पर भेज दिया गया था।