सिल्वर स्क्रीन पर सुपरस्टार बनने के लिए नीरज चोपड़ा चेहरे और शारीरिक तौर पर फिट हैं। लेकिन, फिल्मों में करियर बनाने या बायोपिक के बारे में सोचने के मूड में चोपड़ा अभी नहीं हैं। कम से कम अभी तो नहीं ही है। नीरज चोपड़ा टोक्यो 2020 में भाला प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर ओलंपिक में भारत के इतिहास के पन्नों में नाम इंगित कर लिया है। नीरज चोपड़ा ने देश का पहला एथलेटिक्स पदक जीता है और निशानेबाज अभिनव बिंद्रा (बीजिंग 2008) के बाद व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय बने है। आज उनका दिल्ली में भव्य स्वागत किया गया।
बायोपिक या फिल्म की कोई भी बात नीरज चोपड़ा को हंसाती है। 23 वर्षीय छह फुट के ये भारतीय एथलेटिक्स के पोस्टर बॉय हैं। फिल्म-बायोपिक को लेकर 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंक गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा कहते हैं, "यह मेरे दिमाग में कभी नहीं आया। यह सिर्फ मेरा पहला ओलंपिक है। मेरा ध्यान सिर्फ भाला है और कुछ नहीं।"
आगे नीरज चोपड़ा कहते हैं, "मेरे पास एथलीट के रूप में जाने के लिए कुछ साल हैं। मैं पेरिस 2024 में फिर से स्वर्ण पदक जीतना चाहता हूं और इसमें बहुत मेहनत करनी होगी। फिल्में और वो ये सारी चीजें मेरे रिटायर होने तक का इंतजार कर सकती है।"
महान भारतीय एथलीट मिल्खा सिंह की बायोपिक 'भाग मिल्खा भाग' सुपरहिट रही। साथ ही पीटी उषा पर बायोपिक बनाने की भी योजना है। अब नीरज चोपड़ा का इंस्टाग्राम फैन 15 गुना बढ़ गया है। इसके 3.1 मिलियन फॉलोअर्स हो गए हैं। उनके लगभग 3,87,000 ट्विटर फॉलोअर्स हैं।
चोपड़ा कहते हैं, "मैं सोशल मीडिया का बहुत बड़ा प्रशंसक नहीं हूं। यह मनोरंजन का एक स्रोत है और मैं कभी-कभी इसका इस्तेमाल करता हूं। टोक्यो खेलों से पहले, मैं बस अपनी तैयारी पर ध्यान केंद्रित कर रहा था।" एक रिसर्च के अनुसार, वो खेलों (विश्व स्तर पर) के दौरान सबसे अधिक उल्लेखित एथलीटों में अमेरिकी जिमनास्ट सिमोन बाइल्स के बाद दूसरे स्थान पर हैं।