तीसरी बार ओलंपिक में हिस्सा ले रहे दुनिया के 73वें नंबर के खिलाड़ी शरत कमल भारत के अभियान की अगुआई करेंगे। उनकी रैंकिंग हालांकि टीम के अपने साथी दुनिया के 68वें नंबर के सौम्यजीत घोष से कम है। घोष रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय थे जबकि बाद में शरत ने भी कट में जगह बनाई। पहली बार भारत के चार टेबल टेनिस खिलाडि़यों ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। अनुभवी महिला खिलाड़ी मौउमा दास दूसरी बार ओलंपिक में हिस्सा ले रही हैं और उनका अनुभव अहम होगा। वह इससे पहले 12 साल पूर्व एथेंस ओलंपिक में खेल चुकी हैं। उभरती हुई खिलाड़ी मनिका बत्रा ओलंपिक में पहली बार शिरकत करेंगी। मनिका की विश्व रैंकिंग 127 जबकि मौउमा की 150 है। भारतीय खिलाडि़यों के पदक जीतने की उम्मीद कम है और ऐसे में वे मनोबल बढ़ाने वाली जीत दर्ज करना चाहेंगे। नवीनतम रैंकिंग को देखते हुए महिलाओं के लिए पहले दौर के मुकाबले पुरूषों की तुलना में अधिक कड़े होंगे।
मौउमा भारत के अभियान की शुरूआत रोमानिया की दुनिया की 58वें नंबर की खिलाड़ी डेनिएला डोडियान मोंटेइरो के खिलाफ करेंगी। मनिका को भी शनिवार को पोलैंड की 60वें नंबर की खिलाड़ी कटरजीना फ्रेंक गिरजीबोवस्का का सामना करना है। पुरूष वर्ग में घोष की पहले दौर में राह आसान होगी जहां उन्हें दुनिया के 181वें नंबर के थाईलैंड के पोदासाक तानवीरीयावेचाकुल से भिड़ना है। दूसरी तरफ शरत चोट के कारण लंबे समय बाद वापसी कर रहे हैं और अपने तीसरे और संभवत: अंतिम ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के इरादे से उतरेंगे। शरत आठ साल बाद ओलंपिक में हिस्सा लेंगे क्योंकि वह लंदन ओलंपिक 2012 के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहे थे। चीन एक बार फिर दांव पर लगे सभी चार स्वर्ण पदक जीतने का प्रबल दावेदार है जैसा उसने बीजिंग 2008 और लंदन ओलंपिक में किया था। पुरूष वर्ग में मा लोंग जबकि महिला एकल में डिंग निंग को शीर्ष वरीयता दी गई है। महिला वर्ग में चीन को सबसे बड़ी चुनौती सिंगापुर की दूसरी वरीय फेंग तियानवेई से मिलेगी।
एजेंसी