साइना नेहवाल के कोच विमल कुमार का मानना है कि इस बैडमिंटन खिलाड़ी को देर रात के मैच से उबरने के लिये पर्याप्त समय नहीं मिला जिसके कारण विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ। उन्होंने इसके साथ ही विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक जैसे बड़े टूर्नामेंटों का कार्यक्रम अच्छी तरह से तैयार करने की भी अपील की।
साइना सेमीफाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा से हार गयी थीं जिसके कारण उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा और विमल ने इसके लिये ग्लास्गो में मैचों के गलत कार्यक्रम को दोषी ठहराया।
विमल ने ग्लास्गो में पीटीआई से कहा, "मुझे साइना के लिये दु:ख है। उसे सेमीफाइनल मैच के लिये पर्याप्त समय नहीं मिला। उसका क्वार्टर फाइनल मैच रात तक चला और फिर उसे सुबह सेमीफाइनल खेलना पड़ा। मेरा मानना है कि कार्यक्रम सही तरह से तैयार नहीं किया गया और इससे समस्याएं पैदा हुईं।"
उन्होंने कहा, "टीवी के हिसाब से कार्यक्रम तैयार नहीं किये जाने चाहिए। मैं इसके लिये तकनीकी अधिकारियों को जिम्मेदार मानूंगा। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खिलाड़ियों को एक मैच के बाद थकान से उबरने के लिये पर्याप्त समय मिले। यह एक मसला है जिसे अधिकारियों के सामने रखा जाना चाहिए।"
विमल ने कहा, "यहां तक कि चेन लोंग और श्रीकांत के मैच भी देर रात को थे और उन्हें सुबह खेलना पड़ा। यह विश्व चैंपियनशिप है और इसकी तुलना किसी अन्य टूर्नामेंट से नहीं की जा सकती है। विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं के लिये अच्छी तरह से कार्यक्रम तैयार किया जाना चाहिए।" साइना को जहां कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा वहीं पीवी सिंधू ने रजत पदक जीता। वह फाइनल में ओकुहारा से हार गई।
विमल ने सिंधु और ओकुहारा के मैच के बारे में कहा, "यह जबर्दस्त मैच था और आखिर में कोई पराजित होकर नहीं निकला। सिंधु को पहला गेम जीतना चाहिए था लेकिन कुल मिलाकर दोनों लड़कियों ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया।" विमल ने कहा कि साइना और सिंधू ने दिखा दिया कि वे दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं।
उन्होंने कहा, "पांच महीने पहले साइना ने आल इंग्लैंड में सिंधू को हराया था। यहां तक कि सिधू का भी हांगकांग की चेंग नगान यी के खिलाफ मैच कड़ा था। इसलिए ये सभी लड़कियां एक ही स्तर की हैं। मुझे इनमें कोई अंतर नजर नहीं आता।"