भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी सौरव घोषाल विश्व रैंकिंग में 10वें नंबर पर पहुंच गए हैं। इसके साथ ही वे शीर्ष-10 पुरुष खिलाड़ियों की सूची में शामिल होने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी भी बन गए हैं। पुरूष प्रोफेशनल स्क्वैश एसोसिएशन (पीएसए) विश्व रैंकिंग सोमवार को जारी की गई। घोषाल से पहले महिला खिलाड़ियों में दीपिका पल्लीकल और जोशना चिनप्पा टॉप-10 में शामिल हो चुकीं हैं।
हालिया प्रदर्शन रहे हैं शानदार
अपने हालिया प्रदर्शनों के चलते घोषाल ने दो स्थानों से छलांग लगाते हुए कैरियर की उच्च रैंकिंग 10 पर पहुंचे। घोषाल के लिए पिछला महीना शानदार रहा। उन्होंने पहली बार पीएसए विश्व चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। वे स्विट्जरलैंड में हुए ग्रासहॉपर कप के क्वार्टर फाइनल में भी पहुंचे थे। घोषाल ने 2014 एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था।
ये हैं अन्य खिलाड़ियों कि रैंकिग
मिस्र के वर्ल्ड चैम्पियन खिलाड़ी अली फराग पहले स्थान पर काबिज हैं। उनके ही देश के मोहम्मद अल-शोरबागी दूसरे स्थान और तारीक मोमेन तीसरे स्थान पर कायम हैं। जर्मनी के सिमोन रोसनर चौथी रैंक पर हैं। न्यूजीलैंड के पॉल कोल पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं। यह उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है।
महिलाओं की रैंकिंग में जोशना चिनप्पा 15वें स्थान पर काबिज हैं। वे देश की टॉप महिला स्क्वैश खिलाड़ी हैं। जोशना 2010 में टॉप-10 में शामिल हुईं थीं। 2012 और 2014 में दीपिका पल्लीकल भी टॉप-10 में जगह बनाने में कामयाब हुईं थीं।
सौरव की उपलब्धियां
2013 में, सौरव इंग्लैंड के मैनचेस्टर में विश्व स्क्वैश चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बने। 2004 में, वह इंग्लैंड के शेफ़ील्ड में फाइनल में मिस्र के एडेल एल सैड को हराकर ब्रिटिश जूनियर ओपन अंडर-19 स्क्वैश खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। वह अक्टूबर 2018 में वर्ल्ड नंबर-11 की करियर-उच्च विश्व रैंकिंग पर भी पहुंच गये थे। सौरव ने एशियन गेम्स 2006 दोहा में कांस्य पदक जीता और अगस्त 2007 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया और इस तरह यह पुरस्कार पाने वाले देश के पहले स्क्वैश खिलाड़ी बन गए।
कई मामलो में रहे हैं अव्वल
घोषाल कई मामलो में रहे हैं अव्वल, पहला भारतीय जो जूनियर विश्व रैंकिंग में नंबर एक पर थे, पहले खिलाडी जिसने लगातार तीन साल जूनियर नेशनल चैंपियनशिप जीती और दिसंबर 2006 में उन्होने दोहा एशियाई खेलो में स्क्वैश में पहला पदक जीता था। मई 2002 में उनका पहला प्रमुख खिताब जर्मन ओपन (अंडर-17) था और उन्होंने दो महीने बाद डच ओपन भी जीता था। 2014 में, उन्होंने इंचियोन में 17वें एशियाई खेलों में रजत पदक (व्यक्तिगत एकल) भी जीता था। ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी थे। वह फाइनल में कुवैत के अब्दुल्ला अल-मुजायेन से हार गये थे। हालांकि उनके नेतृत्व में भारतीय स्क्वैश टीम ने इंचियोन में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता था।