मई 2015 में भारतीय राष्ट्रीय हॉकी टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय में पदार्पण करने के बाद, हरमनप्रीत सिंह वर्तमान में अपने करिअर के सर्वश्रेष्ठ दौर में हैं। ड्रैग-फ्लिकर को जापान में ओलंपिक टेस्ट इवेंट के लिए अपनी टीम के कप्तान के रूप में नामित किया गया है। ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने बुधवार को कहा कि कप्तान बनाए जाने की घोषणा से उन्हें हैरानी हुई लेकिन वह आगामी ओलंपिक टेस्ट टूर्नामेंट में मिलने वाली चुनौती से निटपने के लिए तैयार हैं।
17 अगस्त से शुरू होगी टेस्ट प्रतियोगिता
नियमित कप्तान मनप्रीत सिंह की अनुपस्थिति में हरमनप्रीत 17 अगस्त से शुरू होने वाली इस टेस्ट प्रतियोगिता में टीम की कमान संभालेंगे जिसमें भारत के अलावा मलयेशिया, न्यूजीलैंड और मेजबान जापान की टीमें शिरकत करेंगी। हरमनप्रीत 2016 में जूनियर विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।
उन्होंने कहा कि जब मुझे बताया गया कि मैं टीम की अगुआई करूंगा तो यह मेरे लिये हैरानी भरा था। यह एक सम्मान और बड़ी जिम्मेदारी है। मैं उत्साहित हूं और इस चुनौती को बखूबी निभाने के लिए तैयार हूं।
2016 एफआईएच में टूर्नामेंट का उभरता हुआ खिलाड़ी चुने गए थे
वह 2016 रियो ओलिंपिक में खेलने वाली भारतीय टीम के सबसे युवा खिलाड़ियों में से एक थे और उन्होंने इस महासमर से कुछ महीने पहले लंदन में हुई एफआईएच चैंपियंस ट्रोफी में यादगार प्रदर्शन से टीम में स्थान सुनिश्चित किया था। भारत ने 2016 एफआईएच चैंपियंस ट्रोफी में ऐतिहासिक सिल्वर मेडल जीता था और हरमनप्रीत को ‘टूर्नामेंट का उभरता हुआ खिलाड़ी’ चुना गया था।
सरदार सिंह और वी आर रघुनाथ का सकारात्मक प्रभाव पड़ा
उन्होंने कहा कि जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं कि मैं ऐसे समय में भारतीय टीम में आया जब इसमें दिग्गज खिलाड़ी मौजूद थे जिनसे मैं काफी कुछ सीख सकता था। सरदार सिंह और वी आर रघुनाथ जैसे खिलाड़ियों का मेरे ऊपर सकारात्मक प्रभाव पड़ा और उनके मार्गदर्शन से मुझे अंतरराष्ट्रीय हाकी के दबाव से उबरने में मदद मिली।