विशाल स्टेड डी फ्रांस एक कॉन्सर्ट हॉल की तरह लग रहा था जहां एक रंगारंग समारोह के साथ ओलंपिक खेलों ने चार साल बाद लॉस एंजिलिस में नए जोश और जज्बे के साथ मिलने के वादे के साथ पेरिस को अलविदा कहा।
इससे पहले थॉमस जॉली द्वारा तैयार किए गए दो घंटे के कार्यक्रम की शुरुआत एक संगीतमय गीत के साथ हुई जिसमें फ्रांसीसी गायक ज़ाहो डी सगाज़न ने मशहूर ‘‘सूस ले सिएल डे पेरिस’’ गीत गाया।।इसके बाद 205 देशों के ध्वजवाहकों ने अपने साथी खिलाड़ियों के साथ स्टेडियम में प्रवेश किया। खिलाड़ी ध्वज लहरा रहे थे और एक दूसरे से मिल रहे थे। कुछ खिलाड़ी इस यादगार समारोह की तस्वीर लेने में व्यस्त थे।
ओलंपिक खेल समग्रता और लैंगिक समानता से भी जुड़े हैं और पेरिस ओलंपिक में समापन समारोह के दौरान स्टेडियम के बीच में महिला मैराथन के विजेताओं को पदक वितरण करके इसे प्रदर्शित किया गया। ओलंपिक खेलों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ। महिला मैराथन पेरिस ओलंपिक खेलों की आखिरी प्रतियोगिता थी। आयोजकों ने 45000 स्वयंसेवकों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने इन खेलों को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ध्वनि और रोशनी के अद्भुत मिश्रण ने समारोह में चार चांद लगाए। यह अलौकिक एहसास पैदा करने वाला दृश्य था। इसमें प्रकाश का बहुत अच्छी तरह से उपयोग किया गया था। ओलंपिक खेलों की शुरुआत 1896 में हुई थी और यहां समापन समारोह के दौरान अतीत की यादों को जीवंत करने की कोशिश भी की गई। ओलंपिक के पांच विशाल छल्लों को एक कोरियोग्राफिक बैले के माध्यम से जीवंत किया गया।
बाद में आईओसी अध्यक्ष बाक ने जिम्मेदारी संभाली। पृष्ठभूमि में जब ओलंपिक गान बज रहा था तब ओलंपिक ध्वज को नीचे उतारा गया और पेरिस के मेयर ऐनी हिडाल्गो को सौंप दिया गया।
हिडाल्गो ने ओलंपिक ध्वज आईओसी अध्यक्ष को सौंपा, जिन्होंने इसे लॉस एंजिल्स के मेयर करेन बास को सौंप दिया। ध्वज सौंपे जाने के दौरान एमी पुरस्कार विजेता गैब्रिएला सर्मिएन्टो विल्सन ने अमेरिकी राष्ट्रगान गाया। इसके बाद लॉस एंजिल्स की तरफ से प्रस्तुति दी गई जहां 2028 में तीसरी बार ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जाएगा।
भारत ने पेरिस ओलंपिक में 117 खिलाड़ियों को उतारा था जिनमें 47 महिला खिलाड़ी शामिल थी। समापन समारोह में दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पीआर श्रीजेश (हॉकी) और मनु भाकर (निशानेबाजी) ने राष्ट्रों की परेड में ध्वजवाहक के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
भारत ने पेरिस ओलंपिक खेलों में अपने अभियान का समापन छह पदकों के साथ किया। मनु ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में और सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीते। वह स्वतंत्रता के बाद पहली भारतीय खिलाड़ी है जिन्होंने एक ओलंपिक में दो पदक जीते।