18वें एशियाई खेलों का 14वां दिन भारतीयों के चेहरे पर 'स्वर्ण' मुस्कान लाया। इस दिन दोपहर तक भारत की झोली में दो स्वर्ण आए। एक ओर जहां अमित पंघाल ने पुरुषों की मुक्केबाजी के 49 किग्रा वर्ग में गोल्ड जीता, तो दूसरी ओर ब्रिज के पुरुष युगल में गोल्ड आया।
मुक्केबाजी में अमित ने फाइनल में उज्बेकिस्तान के दुस्मतोव हसनबॉय को 3-2 से हराया। पुरुष मुक्केबाजी में भारत ने 2010 के बाद पहली बार स्वर्ण पदक जीता है।
अमित इस एशियन गेम्स के फाइनल में पहुंचने वाले एक मात्र भारतीय मुक्केबाज हैं। इस स्वर्ण के साथ ही भारत के नाम अब 14 स्वर्ण सहित 66 पदक हो गए।
इससे पहले साल 2010 में मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने 75 किग्रा वर्ग और विकास कृष्ण ने 60 किग्रा वर्ग में स्वर्ण जीता था।
इसी एशियन गेम्स में मुक्केबाजी के 75 किग्रा वर्ग में विकास कृष्णन को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था। आंख पर चोट के कारण विकास सेमीफाइनल मुकाबले में उतर ही नहीं पाए थे इसीलिए उनको सिर्फ कांस्य से ही संतोष करना पड़ा था। अमित ने सेमीफाइनल में फिलीपींस के कार्लो पालम को 3-2 से हराया।
‘ब्रिज’ में भी सोना
वहीं, ब्रिज में प्रणब बर्धन और शिबनाथ सरकार की जोड़ी ने पुरुष युगल स्पर्धा में स्वर्ण दिलाया। भारत के नाम अब 15 स्वर्ण समेत 67 पदक हो गए।
कल महिला हॉकी टीम के हाथ आई थी 'चांदी'
कल यानि शुक्रवार को भारतीय महिला हॉकी टीम को फाइनल में जापान के हाथों 1-2 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा था।
अब तक कुल 66 पदकों के साथ भारत पदक तालिका में 8वें स्थान पर है। इस दौरान भारत के खाते में 15 गोल्ड, 23 सिल्वर और 29 ब्रॉन्ज मेडल आए हैं। कुल पदक संख्या की दृष्टि से देखा जाए तो यह भारत का एशियन गेम्स में अभी तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। साल 2010 में हुए एशियन गेम्स में भारत ने 14 स्वर्ण सहित कुल 65 पदक जीते थे।