विश्व विकलांग दिवस के मौके पर मनीष ने कहा, ‘मैं एक मध्यम साइज के पानी के जहाज को केवल अपने दाएं हाथ से खींचने के लिए कठिन अभ्यास कर रहा हूं। जल्द भी भोपाल के बड़े तालाब में यह किया जाएगा। इस आयोजन की तारीख आदि शीघ्र निर्धारित की जाएगी।
उन्होंने दावा किया कि मेरी जानकारी के मुताबिक अब तक दुनिया में किसी ने भी केवल दाएं हाथ से मध्यम साइज के जहाज को नहीं खींचा है। उन्होंने कहा, ‘मैं जिम में मशीन पर अपने दाएं हाथ से 150 किलो का वजन खींच सकता हूं।’ गत अक्तूबर, मलेशिया, क्वालाम्मपुर में हुई 37 वीं विश्व बांह पहलवान प्रतियोगिता में मनीष ने 75 किलो दायां विकलांग वर्ग में द्वितीय स्थान हासिल कर मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाया था।
मनीष को वर्ष 2007 में मध्यप्रदेश के शिखर खेल सम्मान विक्रम अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है तथा वर्ष 2009 में उत्कृष्ठ खिलाड़ी का सम्मान हासिल हो चुका है। इसके बाद उन्हें प्रदेश के आबकारी विभाग की सेवा में नियुक्त किया गया। वह अब तक दो दर्जन से अधिक प्रतिष्ठित पुरस्कार और खिलाब जीत चुके हैं।
उन्होंने कहा, ‘अब मेरा सपना है कि दायें हाथ से जहाज खींच कर एक विश्व कीर्तिमान स्थापित करूं।’ मनीष की जहाज खींचने की इस योजना की जानकारी मिलने के बाद कई कंपनियों से अपना ब्रांड एम्बेसडर बनने के लिए उनसे संपर्क किया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में अनमोल आइल एंड फूड प्राइवेट लिमिटेड ने अपने अनमोल आटे के लिये ब्रांड एम्बेसडर बनाया हुआ है।