निमानी अब इटली की शीर्ष वरीय डेविडे मार्जिया से भिड़ेंगी जिन्होंने हंगरी की कैटलिन एनसिन को शिकस्त दी। रोमांचक मुकाबले में मैरी कॉम ने आक्रामक शुरुआत की लेकिन निमानी ने दूर से लड़ते हुए उन्हें दूर रखने में सफलता हासिल की। निमानी ने शुरुआती दो मिनट में भारतीय मुक्केबाज के खिलाफ किसी तरह के आक्रमण का प्रयास नहीं किया लेकिन वह कुछ बेहतरीन काउंटर पंच मारकर बढ़त हासिल करने में सफल रहीं।
दूसरे राउंड में भी मैरी कॉम ने आक्रामकता जारी रखी, उन्होंने बेहतर तरीके से पंच लगाए लेकिन जजों से अंक हासिल करने में असफल रहीं जिन्होंने स्पिल्ट फैसले में निमानी के हक में निर्णय किया। निमानी ने अपनी रणनीति पर काम करते हुए मैरी कॉम को गार्ड नीचे करने के लिए बाध्य कर दिया। निमानी की रक्षात्मक रणनीति से मैरी कॉम निराश हो गईं। अंत में स्पिल्ट वोट पर निमानी को विजेता घोषित किया गया। यह टूर्नामेंट महिला मुक्केबाजों के लिए 51 किग्रा, 60 किग्रा और 75 किग्रा वर्ग में रियो ओलंपिक का टिकट हासिल करने का अंतिम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट है।