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दिमाग से भारी बोझ उतर गया : साइना

पहला इंडिया ओपन सुपर सीरिज खिताब जीतने के बाद राहत महसूस कर रही बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने कहा कि उसके दिमाग से बड़ा बोझ उतर गया है क्योंकि यह टूर्नामेंट वह कभी नहीं जीत सकी थी।
दिमाग से भारी बोझ उतर गया : साइना

साइना ने जीत के बाद कहा , मुझ लगता है कि मेरे दिमाग से भारी बोझ उतर गया है। पिछले चार साल से मैं प्री क्वाटर या क्वाटर फाइनल में हार रही थी। पहली बार मैं फाइनल में पहुंची और जीती। इस टूर्नामेंट में मेरे लिए कई सरप्राइज थे। नंबर वन की रैंकिंग और खिताब। मुझे खुद पर गर्व है। मैने कभी सोचा नहीं था कि इतने संघर्ष के बाद यह दिन भी आएगा। यह मेरे कैरियर का सर्वश्रेष्ठ दौर है।

उसने कहा , मुझे लगता है कि मेरा प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है। मैं पिछले दो महीने में तीन फाइनल में पहुंची और यह आसान नहीं था। भविष्य के बारे में पूछने पर साइना ने कहा , खिताब से मेरी भूख जग जाती है। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में अधिक से अधिक खिताब जीत सकूंगी। चोटरहित और फिट रहूंगी।

फाइनल के बारे में साइना ने कहा , यह कठिन मैच था। रेत्चानोक हमेशा मुझे कड़ी चुनौती देती है। पिछली बार मैने उसके खिलाफ एशियाड में खेला था और वह काफी लंबा मुकाबला था। उसने कहा , जब आप उसके स्टोक्स भांप लेते हैं तो वह तनाव में आ जाती है। उसके खेल में हालांकि काफी सुधार आया है और वह अच्छा खेल रही है। फाइनल अच्छा था और भारी संख्या में दर्शकों को देखकर अच्छा लगा।

यह पूछने पर कि कोर्ट पर उतरने के समय क्या उसे नंबर वन खिलाड़ी जैसा लगा, साइना ने कहा , मैं सिर्फ फाइनल के बारे में सोच रही थी। नंबर वन रैंकिंग मेरे जेहन में नहीं थी। मुझे लगता है कि अगले गुरूवार को रैंकिंग में अपना नाम नंबर वन पर देखने को मिलेगा। जीत के जश्न के बारे में पूछने पर उसने कहा , मैं आइसक्रीम, मिल्कशेक और चाकलेट खाऊंगी और आराम करूंगी और परसो से फिर अभ्यास शुरू कर दूंगी।

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