महिला शूटर राही सरनोबत ने म्यूनिख में चल रहे सत्र के तीसरे आईएसएसएफ विश्व कप में सोमवार को महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल का गोल्ड मेडल जीतकर ओलिंपिक कोटा हासिल किया। सोमवार को निशानेबाजी के फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्होंने कुल 37 निशाने लगाए। राही इससे पहले 2013 में चांगवन वर्ल्ड कप में भी गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। 17 साल के निशानेबाज सौरभ चोधरी ने पुरुषों के 10 मीटर एयर पिस्टल में नए विश्व रिकॉर्ड के साथ गोल्ड जीता।
सीनियर और जूनियर दोनों में विश्व रिकॉर्ड
मेरठ के रहने वाले चौधरी ने फाइनल में 246.3 का स्कोर बनाया और इस तरह से फरवरी में दिल्ली विश्व कप में बनाए गए 245 अंक के अपने ही पिछले रिकॉर्ड में सुधार किया। उन्होंने इस तरह से सीनियर और जूनियर दोनों वर्गों में विश्व रिकॉर्ड बनाया। सौरभ का सीजन में यह दूसरा वर्ल्ड कप गोल्ड मेडल है। तीन महीने पहले ही फरवरी में उन्होंने दिल्ली में भी स्वर्ण जीता था।
भारत तीन गोल्ड लेकर शीर्ष पर
भारत अब म्यूनिख विश्व कप में तीन गोल्ड मेडल लेकर शीर्ष पर है। चीन एक गोल्ड, एक सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल लेकर दूसरे स्थान पर है। इससे पहले रविवार को अपूर्वी चंदेला ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में भारत को पहला गोल्ड दिलाया था।
राही का दूसरा गोल्ड
एशियाई खेलों की चैंपियन राही ने अपने करिअर का दूसरा विश्व कप गोल्ड मेडल जीता जिससे भारत टोक्यो-2020 ओलिंपिक खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता के लिए छठा कोटा हासिल करने में सफल रहा। महिला वर्ग के फाइनल में एक अन्य भारतीय मनु भाकर ने राही से बेहतर शुरुआत की। उन्होंने 5-5 शॉट की 10 सीरीज की पहली सीरीज में पांच में पांच शॉट सही जमाए। राही ने तीन हिट्स लगाए। छठी सीरीज के बाद मनु, राही और यूक्रेन की ओलेना कोस्टिविच समान 21 अंक लेकर संयुक्त शीर्ष पर थे।
मनु भाकर बंदूक की खराबी के कारण बाहर हो गई
मनु को सातवीं सीरीज में हालांकि बंदूक की खराबी से जूझना पड़ा और आखिर में वह पांचवें स्थान पर रहकर बाहर हो गई। राही ने हालांकि अच्छा प्रदर्शन जारी रखा तथा आठवीं और नौवीं सीरीज में परफेक्ट-5 से उन्होंने 37 अंकों के साथ गोल्ड मेडल जीता। ओलेना ने 36 अंकों के साथ सिल्वर जबकि बुल्गारिया की एंटोनेटा बोनेवा ने 26 अंक के साथ ब्रॉन्ज और दूसरा उपलब्ध कोटा स्थान हासिल किया। भारत की तीसरी खिलाड़ी चिंकी यादव क्वॉलिफिकेशन में 571 अंक बनाकर 56वें स्थान पर रहीं।
इससे पहले भी उनके नाम थे रिकॉर्ड
इससे पहले सौरभ ने ना सिर्फ भारत को स्वर्ण पदक दिलाया बल्कि इस प्रक्रिया में सीनियर और जूनियर विश्व रिकॉर्ड भी बनाया। दिलचस्प बात यह है कि ये दोनों रिकॉर्ड इससे पहले भी उन्हीं के नाम पर थे। उनका पिछला सीनियर रिकॉर्ड 245 जबकि जूनियर विश्व रिकॉर्ड 245.5 अंक का था। सौरभ ने रूस के आर्तम चेरसुनोव (243.8) को लगभग तीन अंकों से हराया। चीन के वेई पेंग (220.7) ने ब्रॉन्ज जीता। भारत के शहजार रिजवी भी इस स्पर्धा में भाग ले रहे थे। उन्होंने फाइनलमें जगह बनाई लेकिन आखिर में 177.6 अंक लेकर पांचवें स्थान पर रहे।