उन्होंने क्वार्टर फाइनल में सुन को 21-11, 18-21, 21-17 से हराया। यह मुकाबला एक घंटे 11 मिनट तक चला। साइना का अगला मुकाबला ओलंपिक चैंपियन ली झूरेई से होगा जो चोट के कारण पिछले साल बीडब्ल्यूएफ विश्व सुपर सीरीज से हट गयी थी। उन्होंने पिछले सप्ताह इंडिया सुपर सीरीज में भी हिस्सा नहीं लिया था। झूरेई ने साइना को आठ बार हराया है जबकि भारतीय खिलाड़ी ने उन्हें दो बार पराजित किया है।
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना ने सुन के खिलाफ शुरू से ही दबदबा बनाने की कोशिश की और चीनी खिलाड़ी को आसानी से अंक नहीं दिए। इंडिया ओपन की खिताबी जीत और विश्व में नंबर एक खिलाड़ी बनने के उत्साह से भरी साइना ने लगातार आठ अंक बनाकर 12-4 की बढ़त बनाई और इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने पहला गेम आसानी से जीता। विश्व में 15वें नंबर की सुन ने हालांकि दूसरे गेम में शानदार शुरूआत की और जल्द ही 7-1 की बढ़त बना ली। साइना ने हालांकि अच्छी वापसी की और 14-14 से स्कोर बराबर कर दिया। सुन ने इसके बाद मामूली बढ़त बनाई और आखिर में दूसरा गेम जीतकर मुकाबले को बराबरी पर ले आई।
साइना तुरंत ही इससे उबर गई और तीसरे व निर्णायक गेम के ब्रेक के समय वह 11-4 से बढ़त पर थी। सुन ने 8-14 से लगातार सात अंक बनाकर मामूली बढ़त हासिल की। एक समय दोनों खिलाड़ी 17-17 से बराबरी पर थीं। इसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने लगातार चार अंक बनाकर मैच अपने नाम किया। साइना पिछले साल चाइना ओपन जीतने के बाद से शानदार फार्म में है। उन्होंने सैयद मोदी ग्रां प्री गोल्ड जीता। वह आल इंग्लैंड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची और फिर उन्होंने पिछले सप्ताह इंडिया सुपर सीरीज का खिताब अपने नाम किया।