भारत की टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा और स्विट्जरलैंड की उनकी जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस विंबलडन ग्रैंड स्लैम के महिला डबल्स प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंच गई हैं। सानिया-हिंगिस की जोड़ी ने अमेरिका की राक्वेल कोप्स जोंस और अबीगेल स्पीयर्स की जोड़ी को मात्र 56 मिनट में 6-1, 6-2 से आसानी से हराकर फाइनल में जगह बनाई। सानिया पहली बार विंबलडन के फाइनल में पहुंची हैं जबकि हिंगिस 1998 में विंबलडन का फाइनल खेल चुकी हैं।
सानिया मिर्जा इससे पहले 2011 में एलेना वेस्नीना के साथ जोड़ी बनाकर खेलते हुए विंबलडन के सेमीफाइनल में पहुंची थीं। इस तरह देखा जाए तो सानिया ने विंबलडन का अपना अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। फाइनल में अगर सानिया और हिंगिस की जोड़ी जीत जाती है तो यह सानिया मिर्जा का पहला महिला डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब होगा। इससे पहले सानिया अपने जोड़ीदार रूस की एलेना वेस्निना के साथ फ्रेंच ओपन के महिला डबल्स के फाइनल में पहुंची थीं मगर तब खिताब नहीं जीत पाई थीं। हालांकि उन्होंने मिश्रित युगल के तीन ग्रैंड स्लैम खिताब जीत रखे हैं।