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ओलंपिक में जगह बनाने के बाद चोटिल विकास को मिला कांस्य

ओलंपिक में जगह पक्की करने के बाद भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण (75 किग्रा) को बाकू (अजरबैजान) में अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) विश्व क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा क्योंकि माथे पर चोट लगने के कारण वह सेमीफाइनल मुकाबले में भाग नहीं ले पाएंगे।
ओलंपिक में जगह बनाने के बाद चोटिल विकास को मिला कांस्य

विकास गुरुवार को  कोरिया के ली डोंगयुन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले के दौरान चोटिल हो गये थे। भारतीय मुक्केबाज ने 3-0 से जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ ही ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया था।     लेकिन चोट के कारण उनके माथे पर टांके लगे हैं जिसके कारण उन्हें तुर्कमेनिस्तान के अचिलोव अर्सलानबेक के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले से बाहर होना पड़ा। भारतीय टीम के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, विकास कृष्ण आज रिंग पर नहीं उतर सकता क्योंकि प्रतियोगिता के चिकित्सकों ने सुबह उनकी जांच के बाद उन्हें अनफिट करार दिया। उनकी आंख के ऊपर का हिस्सा कट गया था और उसमें टांके लगे हैं।

राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मनोज कुमार (64 किग्रा) अन्य भारतीय मुक्केबाज हैं जिन्होंने क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतकर ओलंपिक टिकट हासिल किया। मनोज का सामना यूरोपीय चैंपियन ब्रिटिश मुक्केबाज पैट मैककोरमैक से होगा। राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता एल देवेंद्रो सिंह (49 किग्रा) भी शुक्रवार को रिंग पर उतरेंगे। उन्हें ओलंपिक में सीट पक्की करने के लिये सेमीफाइनल में स्पेन के कारमोना हर्डिया को हराना होगा। सुमित सांगवान (81 किग्रा) क्वार्टर फाइनल में रूस के पीटर खामुकोव से हार गये थे। वह अब भी ओलंपिक सीट हासिल करने के दावेदार बने हुए हैं। यदि खामुकोव स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहते हैं तो सांगवान ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लेंगे। अब तक तीन भारतीय रियो ओलंपिक खेलों में जगह बना पाये हैं। इनमें विकास और मनोज के अलावा शिव थापा (56 किग्रा) शामिल हैं जिन्होंने मार्च में एशियाई क्वालीफायर्स के जरिये ओलंपिक में अपनी सीट पक्की की थी।

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