ओलंपिक में जगह पक्की करने के बाद भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण (75 किग्रा) को बाकू (अजरबैजान) में अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) विश्व क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा क्योंकि माथे पर चोट लगने के कारण वह सेमीफाइनल मुकाबले में भाग नहीं ले पाएंगे।
एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता विकास कृष्ण ने आज छह दौर के एआईबीए प्रो मुक्केबाजी मुकाबले में कीनिया के निकसन अबाका को हराकर अंतिम ओलंपिक क्वालीफिकेशन खेलने का मौका हासिल कर लिया।
ओलंपिक में क्वालीफाई करने का अतिरिक्त मौका सुनिश्चित करने को बेताब विश्व चैम्पियनशिप के पूर्व कांस्य पदक विजेता विकास कृष्ण (75 किग्रा) कल अंतरराट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) की प्रो मुक्केबाजी फाइनल नाइट में कीनिया के निकसन अबाका से भिड़ेंगे।
अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) की नाराजगी से बचने के लिए भारतीय प्रशासकों ने नई प्रस्तावित राष्ट्रीय संस्था को भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया) का नाम देने पर सहमत होकर संभवत: समझौता कर लिया है।
अब तक भारत के किसी भी मुक्केबाज ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं किया है। लेकिन इस बार अगर मुक्केबाज इसमें जगह बना भी लेते हैं तो भी अगले महीने के एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर्स तक नए राष्ट्रीय महासंघ का गठन नहीं होने की स्थिति में उन पर इस साल के रियो ओलंपिक खेलों से बाहर रहने का खतरा मंडरा रहा है।