खेल का प्रशासन संभाल रही एआईबीए द्वारा नियुक्त तदर्थ समिति ने कहा, ‘हमारे मुक्केबाजों की सुविधा के लिए पूर्ण रूप से निर्वाचित महासंघ होने के समय की जरूरत को देखते हुए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की वापसी की यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए 36 भारतीय राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में से 33 ने भारतीय मुक्केबाजी महासंघ की सदस्यता के लिए आवेदन किया है।’
भारत के पास नया महासंघ बनाने के लिए 14 मई तक का समय है। ऐसा करने में विफल रहने पर एआईबीए ने धमकी दी है कि वह अगस्त में होने वाले रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने से देश के मुक्केबाजों को रोक देगा। अब तक सिर्फ एक भारतीय मुक्केबाज शिव थापा (56 किग्रा) ने रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है जबकि पुरुष और महिला मुक्केबाजों दोनों की एक-एक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता बची हैं।
एआईबीए के कड़े रुख के बीच भारतीय प्रशासकों ने सात अप्रैल में राजधानी में भारतीय खेल प्राधिकरण के निदेशक इंजेती श्रीनिवास के साथ बैठक की थी। काफी चर्चा के बाद फैसला किया गया कि सभी हितधारकों की कोलकाता में 16 अप्रैल को बैठक होगी जहां नए चुनावों की घोषणा की जाएगी। तदर्थ समिति के अध्यक्ष किशन नर्सी ने कहा, ‘चीजें अच्छी नजर आ रही हैं। देखते हैं क्या होता है। कोलकाता में होने वाली बैठक में कुछ ठोस होना चाहिए और महासंघ का गठन आराम से होना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘चीजों के बारे में एआईबीए को जानकारी दी गई है और वे करीबी नजर रखे हुए हैं।’