प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ‘अमृत काल’ अर्थात ‘कर्तव्य काल’ की संकल्पना को चरितार्थ करने के लिए सभी साथ मिलकर प्रतिबद्ध हों: मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेलः
- सरकार और मीडिया, दोनों का लक्ष्य लोककल्याण ही है
- युवा पीढ़ी को प्राचीन संस्कृति और सभ्यता के मूल्यों के साथ जोड़ने में ऐसे कार्यक्रम महत्वपूर्ण सिद्ध होंगे
- भारतीय संस्कृति में ‘भाव’ का विशेष महत्व है, यह महोत्सव भाव, राग और ताल का त्रिवेणी संगम है
‘भारतकूल’ जैसे कार्यक्रमों से राज्य के युवा देश के विभिन्न राज्यों की धार्मिक, सामाजिक और कलात्मक विरासत से अवगत होंगे : गृह राज्य मंत्री श्री हर्ष संघवी
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को अहमदाबाद में गुजरात यूनिवर्सिटी में आयोजित भाव, राग और ताल के संगम ‘भारतकूल’ महोतसव का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि देश और राज्य की कला एवं संस्कृति को उजागर करने वाले ऐसे आयोजन देश के युवाओं को गुलामी की मानसिकता से बाहर लाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यह आह्वान किया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘विकसित भारत’ के निर्माण का जो संकल्प किया है, उसे साकार करने के लिए सभी साथ मिलकर ‘अमृत काल’ को सच्चे अर्थ में ‘कर्तव्य काल’ के रूप में चरितार्थ करने के लिए प्रतिबद्ध बनें।
गुजरात मीडिया क्लब की ओर से आयोजित ‘भारतकूल’ कार्यक्रम की शुरुआत पर सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने ‘भाव’ के विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति में ‘भाव’ का विशेष महत्व है। ‘भाव’ से व्यक्ति और व्यक्तित्व, दोनों बदल जाते हैं, जबकि यहां तो भाव, ताल और राग का त्रिवेणी संगम होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘अमृत काल’ को सच्चे अर्थ में ‘कर्तव्य काल’ बताया है, इसलिए यदि हम भी वर्तमान समय को कर्तव्य काल के रूप में स्वीकार करेंगे, तभी ‘विकसित भारत’ की संकल्पना साकार होगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने संस्कृति के विषय में प्रकाश डालते हुए कहा कि अपनी संस्कृति और इतिहास को हमेशा जीवंत रखना चाहिए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रकार के कार्यक्रम युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति, कला और इतिहास के साथ जोड़ेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी अत्यंत आवश्यक है कि युवा पीढ़ी हमारी सनातन सभ्यता के मूलभूत मूल्यों से परिचित हो। जैसे विशाल घने वृक्ष के लिए गहरी और मजबूत जड़ें होनी आवश्यक है, उसी तरह संस्कृति, संस्कार और विरासत के संरक्षण और संवर्धन को सुदृढ़ बनाने के लिए उसके साथ युवा शक्ति का जुड़ाव भी आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने प्रेस-मीडिया के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि मीडिया का ‘भाव’ समाज के लिए बेहतर करना होता है, इसलिए मीडिया की सही आलोचनाओं को विशाल जनहित में ध्यान में रखते हुए हमें अपना काम करना चाहिए, क्योंकि सरकार और मीडिया, दोनों का लक्ष्य अंततः लोककल्याण ही है।
मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से यह आह्वान किया कि वे साथ मिलकर हमारी संस्कृति और विरासत को जीवंत रखते हुए प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत’ के संकल्प को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हों।
गृह, युवा सेवा और सांस्कृतिक गतिविधि राज्य मंत्री श्री हर्ष संघवी ने ‘भारतकूल’ कार्यक्रम के माध्यम से आज की युवा पीढ़ी को भारत, भारतीय संस्कृति और भारतीय विचारों के संबंध में गहरी समझ देने वाले इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए आयोजकों को शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भारतीय संस्कृति, कला और संगीत को उजागर करने के लिए तत्पर है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे ‘भारतकूल’ द्वारा चार दिनों तक धार्मिक, सामाजिक और राष्ट्र निर्माण से संबंधित विभिन्न विषयों पर आयोजित कार्यक्रमों का अधिक से अधिक संख्या में लाभ उठाएं।
श्री संघवी ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी को गुजरात की संस्कृति के साथ-साथ भारत के विभिन्न राज्यों की धरोहर और संस्कृति के विषय में अवगत कराने वाले कार्यक्रमों लगातार आयोजन होना चाहिए ताकि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का निर्माण हो सके।
गुजरात मीडिया क्लब के अध्यक्ष श्री निर्णय कपूर ने संस्थान के कार्यों और ‘भारतकूल’ कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी और इस आयोजन को भारतीय संस्कृति को उजागर करने वाला माध्यम बताया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री और गृह राज्य मंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर आयोजित शिव कथा और फोटो पत्रकारों द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
उल्लेखनीय है कि चार दिनों तक चलने वाले ‘भारतकूल’ महोत्सव के अंतर्गत भाव, राग और ताल के कार्यक्रम जैसे कि- धार्मिक कार्यक्रम, शास्त्रीय संगीत के कार्यक्रम, पत्रकारिता संस्कृति, फिल्मी संस्कृति, रंगभूमि से संबंधित संस्कृति, चित्र और शिल्प प्रदर्शनी, रंगयात्रा, फोटोग्राफी प्रदर्शनी, ‘गुजराती भाषा नो रंगारो’, भारतीय विज्ञान संस्कृति के कार्यक्रम, स्वास्थ्य, व्यापार और वाणिज्य के कार्यक्रम, खेल, विचार, पर्यटन और राष्ट्र-निर्माण से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम में अहमदाबाद की महापौर श्रीमती प्रतिभा जैन, विधायक श्री जीतूभाई पटेल, मनपा स्थायी समिति के अध्यक्ष श्री देवांग दाणी, गुजरात साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री भाग्येश झा, गुजरात मीडिया क्लब के उपाध्यक्ष श्री दीक्षित सोनी, महासचिव श्री संजय पांडे, भारतकूल के संस्थापक श्री मल्हार दवे, गुजरात यूनिवर्सिटी की कुलपति श्रीमती नीरजा गुप्ता तथा प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडियाकर्मियों सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।