मुख्यमंत्री के करकमलों से सिंगल क्लिक से राज्य के 13 लाख से अधिक विद्यार्थियों को डीबीटी द्वारा 313 करोड़ रुपए से अधिक की सहायता मिली
- नमो लक्ष्मी योजना में 10.70 लाख छात्राओं को 203 करोड़ रुपए मिले
- नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना में विज्ञान संकाय के लगभग 1.50 लाख छात्र-छात्राओं को 51 करोड़ रुपए का सहायता लाभ मिला
- मुख्यमंत्री ज्ञान साधना मैरिट स्कॉलरशिप योजना अंतर्गत 50 हजार विद्यार्थियों को कुल 33 करोड़ रुपए से अधिक की छात्रवृत्ति का भुगतान किया गया
- मुख्यमंत्री ज्ञानसेतु मैरिट स्कॉलरशिप योजना अंतर्गत 60 हजार विद्यार्थियों को 26 करोड़ रुपए से अधिक की छात्रवृत्ति का भुगतान हुआ
- नमो लक्ष्मी योजना के क्रियान्वयन के बाद 2024 में शैक्षणिक सत्र से शुरू होने के केवल 6 महीनों में ही क्लासरूम्स में 80-100 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराने वाली कन्याओं की संख्या 23 प्रतिशत से बढ़कर 48 प्रतिशत हुई
- नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना के कारण 2024 में शैक्षणिक सत्र शुरू होने के केवल 6 महीनों में ही विज्ञान संकाय में 80-100 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराने वाले विद्यार्थियों की संख्या 18 प्रतिशत से बढ़कर 44 प्रतिशत हुई
- 2023-24 की तुलना में 2024-25 में विज्ञान संकाय में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या में 27 प्रतिशत वृद्धि
गांधीनगर, 27 फरवरी: मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने नमो लक्ष्मी योजना, नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना, मुख्यमंत्री ज्ञान साधना मैरिट स्कॉलरशिप योजना तथा मुख्यमंत्री ज्ञानसेतु मैरिट स्कॉलरशिप योजना अंतर्गत गुरुवार को राज्य के स्कूलों के 13 लाख से अधिक विद्यार्थियों के खातों में सिंगल क्लिक द्वारा 313 करोड़ रुपए से अधिक की राशि डीबीटी के माध्यम से जमा कराई।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार ने योजनाओं के लाभ संबंधित लाभार्थियों को सरलता से पहुंचाने के लिए ट्रांसपेरेंट, स्पीडी एवं टेक्नोलॉजी से युक्त गवर्नेंस का दृष्टिकोण अपनाया है।
तद्नुसार; मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने शिक्षा मंत्री डॉ. कुबेरभाई डिंडोर तथा शिक्षा राज्य मंत्री श्री प्रफुल पानशेरिया की उपस्थिति में गांधीनगर से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा यह सहायता लाभार्थियों को अर्पित की।
नमो लक्ष्मी योजना
मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में नमो लक्ष्मी योजना राज्य सरकार ने कक्षा 9 से 12 में पढ़ने वाली कन्याओं के ड्रॉपआउट रेट में कमी लाने तथा किशोर आयु की छात्राओं को शिक्षा के साथ पर्याप्त पोषण मुहैया कराने व उनका सशक्तिकरण करने के उद्देश्य से लागू की है।
इसके अंतर्गत कक्षा 9 से 10 के लिए प्रति छात्रा वार्षिक 10 हजार रुपए तथा कक्षा 11 व 12 के लिए प्रति छात्रा 15 हजार रुपए की सहायता दी जाती है।
इस योजना अंतर्गत मुख्यमंत्री के करकमलों से गुरुवार को 10.70 लाख छात्राओं को 203 करोड़ रुपए सिंगल क्लिक द्वारा डीबीटी से सीधे उनके खाते में चुकाए गए।
इस योजना के लागू होने के बाद उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में उपस्थित रहने वाली कन्याओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है। विद्या समीक्षा केन्द्र में छात्राओं की ऑनलाइन उपस्थिति की मॉनिटरिंग के अनुसार जून 2024 में शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद के केवल 6 महीनों में क्लासरूम में 80 से 100 प्रतिशत उपस्थित रहने वाली कन्याओं की संख्या 23 प्रतिशत से बढ़कर 48 प्रतिशत हो गई है।
नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना
राज्य में कक्षा 10 उत्तीर्ण करने के बाद अधिक से अधिक विद्यार्थियों को कक्षा 11 व 12 में विज्ञान संकाय में पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा गत वर्ष नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना लागू की गई।
इस योजना अंतर्गत कक्षा 11 व 12 में विज्ञान संकाय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को दो वर्षों के दौरान कुल 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना के भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं।
श्री पटेल ने गुरुवार को नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना अंतर्गत विज्ञान संकाय के लगभग 1.50 लाख विद्यार्थियों को 51 करोड़ रुपए की सहायता सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की।
जून 2024 में शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद केवल 6 ही महीनों में यानि दिसम्बर 2024 तक विज्ञान संकाय के क्लासरूम में 80 से 100 प्रतिशत उपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों की संख्या 18 प्रतिशत से बढ़कर 44 प्रतिशत हो गई है। अर्थात स्कूलों में अधिक उपस्थिति देने वाले विद्यार्थियों की संख्या में 85 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है।
उल्लेखनीय है कि आज जब गुजरात सेमीकंडक्टर, ग्रीन एनर्जी तथा डिजिटल साइंस क्षेत्रों का हब बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, तब इन क्षेत्रों के लिए भविष्य में कुशल तकनीकी कार्यबल की बड़े पैमाने पर मांग पैदा होगी और इसके लिए अधिक से अधिक विद्यार्थी विज्ञान संकाय का चयन करें; इस उद्देश्य से लागू की गई नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना भविष्य में कुशल तकनीकी कार्यबल प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इसके अतिरिक्त: राज्य के तेजस्वी विद्यार्थियों को प्रोत्साहन देने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री ज्ञान साधना मैरिट स्कॉलरशिप योजना तथा मुख्यमंत्री ज्ञानसेतु मैरिट स्कॉलरशिप योजना लागू की गई है।
मुख्यमंत्री ज्ञान साधना मैरिट स्कॉलरशिप योजना
इस योजना अंतर्गत राज्य में कक्षा 1 से 8 में सरकारी या अनुदानित प्राथमिक विद्यालयों में लगातार अभ्यास करने वाले तथा आरटीई अंतर्गत अभ्यास पूरा करने वाले 25 हजार तेजस्वी विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दी जाती है।
इस योजना अंतर्गत गुरुवार को 50 हजार विद्यार्थियों को कुल 33 करोड़ रुपए से अधिक की छात्रवृत्ति का भुगतान किया गया।
मुख्यमंत्री ज्ञानसेतु मैरिट स्कॉलरशिप योजना
कक्षा 1 से 5 में लगातार अभ्यास कर कक्षा 5 की पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थियों में तेजस्वी विद्यार्थी राज्य में कार्यरत स्कूलों में मैरिट के आधार पर कक्षा 6 में प्रवेश प्राप्त कर कक्षा 12 तक की शिक्षा प्राप्त कर कर सकें; इसके लिए राज्य सरकार द्वारा 30 हजार तेजस्वी विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दी जाती है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने मुख्यमंत्री ज्ञानसेतु मैरिट स्कॉलरशिप योजना अंतर्गत 60 हजार विद्यार्थियों को 26 करोड़ रुपए से अधिक की छात्रवृत्ति डीबीटी प्रणाली से प्रदान की।
इस प्रकार; मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने समग्रतया एक ही दिन एक साथ राज्य के 13 लाख से अधिक विद्यार्थियों को डीबीटी प्रणाली से 313 करोड़ रुपए की सहायता का भुगतान किया।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव श्री मुकेश कुमार, मुख्यमंत्री की सचिव श्रीमती अवंतिका सिंह तथा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।