मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल :-
• सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को अधिक संगीन व सुदृढ़ बनाने में यह कॉन्फ्रेंस उपयुक्त सिद्ध होगी
• सेमीकंडक्टर सेक्टर में हाई-टेक मैनपावर तैयार करने की दिशा में गुजरात तेज गति से आगे बढ़ रहा है
• सेमीकंडक्टर सेक्टर में आत्मनिर्भरता के लिए प्रधानमंत्री ने इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन शुरू किया है
• देशभर के राज्यों में गुजरात ने सर्वप्रथम वर्ष 2022 में सेमीकंडक्टर पॉलिसी लागू की है
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को गांधीनगर में ‘गुजरात सेमीकनेक्ट कॉन्फ्रेंस 2024’ का शुभारंभ कराते हुए सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को अधिक संगीन व सुदृढ़ करने का प्रेरक आह्वान किया।
इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सेमीकंडक्टर तथा इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में भारत को ग्लोबल डेस्टिनेशन बनाने का संकल्प किया है, जिसे साकार करने में गुजरात अपना योगदान देने के लिए तत्पर है।
राज्य सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में इस एक दिवसीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था।
गुजरात सेमीकडंक्टर पॉलिसी (2022-27) तथा गुजरात इलेक्ट्रॉनिक्स पॉलिसी (2022-28) के अनुरूप डोमेस्टिक सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के विकास एवं भारत सरकार के सेमीकंडक्टर कार्यक्रम को वेग देने के उद्देश्य से आयोजित इस कॉन्फ्रेंस के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की तीसरी टर्म में भारत विश्व की तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनने वाला है।
उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में यह सेमीकंडक्टर सेक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कॉन्फ्रेंस के आयोजन को ‘राइट जॉब एट राइट टाइम’ बताया।
श्री पटेल ने जोड़ा कि विश्व को आज रिलायेबल तथा ट्रस्टेड चिप सप्लाई चेन की आवश्यकता है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री ने सेमीकंडक्टर सेक्टर में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के इरादे के साथ इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन प्रारंभ किया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के संकल्पों तथा विजन को पूरा करने में गुजरात सदैव अग्रसर रहा है। गुजरात ने देशभर के राज्यों में सर्वप्रथम रहते हुए वर्ष 2022 में गुजरात सेमीकंडक्टर पॉलिसी लागू की है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि धोलेरा भी प्रथम ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी बनने वाला है और राज्य सरकार ने सेमीकंडक्टर एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के लिए धोलेरा में प्लग एंड प्ले सुविधा विकसित की है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले कुछ समय में मेक इन इंडिया तथा आत्मनिर्भर भारत के प्रतीक के रूप में देश की पहली सेमीकंडक्टर चिप गुजरात में बनेगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि देश में सेमीकंडक्टर सेक्टर में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों में से 80 प्रतिशत से अधिक निवेशक गुजरात में अपनी इकाइयाँ शुरू करने को उत्सुक हैं। उन्होंने इसकी भूमिका देते हुए आश्वस्त किया कि राज्य सरकार द्वारा ऐसे उद्योगों को आवश्यक सहायता एवं सहयोग मिलेगा।
उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर उद्योग का सर्वाधिक लाभ युवाओं को मिलने वाला है। इस सेक्टर तथा इससे संलग्न सेक्टर्स में कौशल विकास एवं स्टार्टअप्स के नए अवसरों के द्वार खुल रहे हैं।
श्री पटेल ने जोड़ा कि इन अपार संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए गुजरात सेमीकंडक्टर सेक्टर में हाई-टेक मैनपावर तैयार करने की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
गुजरात के मुख्य सचिव श्री राज कुमार ने प्रसंगोचित संबोधन में कहा कि गुजरात सरकार की इंडस्ट्री फ्रेंड्ली नीतियों के फलस्वरूप गुजरात आज भारत के सेमीकंडक्टर हब के रूप में उभर रहा है। सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए आवश्यक सभी सुविधाएँ एक ही स्थान पर उपलब्ध करा कर राज्य सरकार धोलेरा को सेमीकॉन हब के रूप में विकसित कर रही है। भविष्य में गुजरात सेमीकंडक्टर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन को परिपूर्ण करेगा।
उन्होंने जोड़ा कि गुजरात में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के विकास के लिए मैन्युफैक्चरिंग से लेकर सेमीकंडक्टर उद्योग के अनुरूप स्किल्ड मैनपावर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ विभिन्न समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। माइक्रॉन जैसी प्रतिष्ठित कंपनी भी गुजरात सरकार के प्रयासों में सहभागी हुई है। उन्होंने स्पष्ट मत व्यक्त किया कि गुजरात सरकार सेमीकंडक्टर के विकास के लिए आवश्यक सभी सुविधाएँ विकसित करने को कटिबद्ध है।
केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग के सचिव श्री एस. कृष्णन ने कहा कि पिछले एक वर्ष से भारत ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में विभिन्न निवेशों को हासिल करने में विशेष उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं, जिसमें गुजरात अग्रसर रहा है।
इंडियन सेमीकंडक्टर मिशन द्वारा इकोसिस्टम को केन्द्र में रखते हुए निश्चित क्षेत्रों में सेमीकंडक्टर सेक्टर में विभिन्न निवेश कराए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा इंडियन सेमीकंडक्टर मिशन के अंतर्गत सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश के लिए 76,000 करोड़ रुपए की सब्सिडी घोषित की गई है। इसमें राज्य सरकारें भी अपना योगदान देंगी। ऐसे में, जब गुजरात सेमीकंडक्टर चिप उत्पादन में भारत का हब बनने की दिशा में अग्रसर है, तब इस क्षेत्र में कुशल व अकुशल युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। गुजरात में आयोजित यह सेमीकनेक्ट कॉन्फ्रेंस आगामी समय में सेमीकंडक्टर क्षेत्र में नए शोध व निवेश के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण सिद्ध होगी।
माइक्रॉन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री गुरशरण सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शितापूर्ण नेतृत्व तथा मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के निरंतर मार्गदर्शन में भारत को सेमीकंडक्टर हब बनाने में गुजरात निर्णायक भूमिका निभा रहा है।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सीईओ श्री रणधीर ठाकुर ने कहा, “हमारी कंपनी गुजरात के धोलेरा में 11 बिलियन अमेरिकन डॉलर के निवेश के साथ सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने जा रही है, जो गुजरात के लगभग 20,000 से अधिक युवाओं को रोजगार देगी। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स धोलेरा में भारत के प्रथम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) इनेबल्ड स्टेट ऑफ द आर्ट फैब की स्थापना करेगी।”
ट्यूब इन्वेस्टमेंट के चेयरमैन श्री अरुण मुरुगप्पन ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन ‘विकसित भारत@2047’ तथा ‘आत्मनिर्भर भारत’ को साकार करने में सेमीकंडक्टर क्षेत्र बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
ताइवान आर्थिक व सांस्कृतिक केन्द्र (टीईसीसी) के महानिदेशक श्री होमर चांग ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सेमीकंडक्टर क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिसमें गुजरात राज्य बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इस अवसर पर राज्य के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती मोना खंधार ने स्वागत संबोधन में कहा कि इस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारत व गुजरात में सेमीकंडक्टर क्षेत्र में अधिक अवसरों का निर्माण होगा। इस कॉन्फ्रेंस के दौरान 8 थीम आधारित तकनीकी सत्र आयोजित होंगे, जो सेमीकंडक्टर उद्योग में निर्णायक क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित करते हैं।
कार्यक्रम में वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री जे. पी. गुप्ता, गुजरात स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स मिशन के प्रबंध निदेशक श्री मनीष गुरवानी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उच्चाधिकारी, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े प्रतिष्ठित उद्योगों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।