नोएडा के एक "अवैध" वृद्धाश्रम से 42 वृद्ध लोगों को बचाया गया, जब पुलिस ने वहां छापा मारा और पाया कि वहां कुछ महिलाएं बंधी हुई थीं, कई निवासी बिना कपड़ों के थे और अन्य "तहखाने जैसे" कमरों में थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग और राज्य कल्याण विभाग के सदस्यों की मौजूदगी में गुरुवार को की गई छापेमारी के दौरान वृद्धाश्रम की हालत बेहद खराब पाई गई।
महिला आयोग की सदस्य मीनाक्षी भराला ने कहा कि नोएडा के सेक्टर 55, सी-5 में आनंद निकेतन वृद्धा सेवा आश्रम एक अवैध वृद्धाश्रम था।
उन्होंने कहा, "छापे के दौरान एक बुजुर्ग महिला बंधी हुई पाई गई, जबकि अन्य बुजुर्ग लोग तहखाने जैसे कमरों में बंद थे।"
भराला ने बताया कि कुछ पुरुषों के पास तो कपड़े भी नहीं थे, जबकि कई बुजुर्ग महिलाएं आधे-अधूरे कपड़ों में पाई गईं।
उन्होंने कहा, "यह वृद्धाश्रम पूरी तरह से अवैध है। आश्रम में 42 बुजुर्ग लोग रह रहे थे, जिनमें से तीन बुजुर्गों को शुक्रवार को समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धाश्रम में स्थानांतरित कर दिया जाएगा और बाकी लोगों को अगले पांच दिनों में सरकार द्वारा अनुमोदित अन्य वृद्धाश्रमों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।"
भराला ने कहा कि प्रशासन की मदद से वृद्धाश्रम को सील कर दिया जाएगा।