हाल के वर्षों में विवादस्पद राजनैतिक, सामयिक और धार्मिक विषयों पर फिल्में बनाने का चलन बढ़ा है। कुछ इन्हें प्रोपगंडा फिल्में कहते हैं, कुछ देश के बदलते राजनैतिक परिवेश से जोड़ कर देखते हैं। कुछ इन्हें आने वाले चुनावों से जोड़कर देखते हैं।
हाल के दिनों में कई विवादस्पद फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर काफी कमाई की है। इसी कड़ी की अगली फिल्म जेएनयू है। इसके टाइटल को लेकर काफी विवाद है। फिल्म के पोस्टर में जेएनयू का फुल फॉर्म ‘जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी’ बताया गया है। हालांकि सभी जानते हैं कि असलियत में जेएनयू का मतलब जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी नाम की प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी से है। विनय शर्मा की इस फिल्म में सिद्धार्थ बोडके, उर्वशी रौतेला, पीयूष मिश्रा और रवि किशन जैसे सितारे हैं। देखना दिलचस्प होगा कि रिलीज से पहले विवादों में घिरी इस फिल्म को दर्शकों की क्या प्रतिक्रिया मिलती है। पिछले कुछ वर्षों में हिंदी सिनेमा में यह नया चलन शुरू हुआ है। बीते दो-तीन वर्षों में राजनीति और धर्म से जुड़े संवेदनशील विषयों पर कई फिल्में बनी हैं। हिंदी सिनेमा जगत में कुछ ऐसी फिल्मों पर एक नजर डालते हैं।
आर्टिकल 370
इसी साल रिलीज होने वाली यह फिल्म कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 से जुड़ी हुई है। निर्देशक आदित्य सुहास की इस फिल्म में कश्मीर से जुड़े राजनीतिक घटनाक्रम को विस्तार से दिखाया गया है। फिल्म में मुख्य भूमिका यामी गौतम, अरुण गोविल ने निभाई है। फिल्म पर विवाद तो हुआ लेकिन इसने टिकट खिड़की पर जबरदस्त कमाई की।
द कश्मीर फाइल्स
2022 में रिलीज हुई, निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की यह फिल्म कश्मीरी पंडितों के जीवन पर थी। फिल्म में कश्मीर के उस दौर को दिखाया गया है, जब बड़े पैमाने पर कश्मीरी पंडितों पर बहुत जुल्म किए गए थे। फिल्म में मिठुन चक्रवर्ती, दर्शन कुमार, अनुपम खेर, पल्लवी जोशी ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं। तमाम विवादों के बावजूद फिल्म ने 350 करोड़ रुपये कमाए और अवार्ड भी जीते।
बस्तर: द नक्सल स्टोरी
यह फिल्म इसी साल रिलीज हुई है। निर्माता विपुल अमृतलाल शाह ने इसे बनाया है। सुदीप्तो सेन ने इसका निर्देशन किया है। फिल्म छत्तीसगढ़ में मौजूद नक्सल समस्या पर आधारित है। फिल्म में अदा शर्मा, इंदिरा तिवारी, अभिनेता विजय कृष्णा ने मुख्य भूमिकाएं निभाई है।
72 हूरें
2023 में रिलीज हुई फिल्म के निर्देशक संजय पूरन सिंह चौहान हैं। यह फिल्म धार्मिक आतंकवाद के संदर्भ में नई उम्र के बच्चों के ब्रेन वॉश करने के बारे में है। फिल्म विस्तार से इसे बताती है।
द कन्वर्जन
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, यह फिल्म लव जिहाद पर आधारित है। विनोद तिवारी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में विंध्या तिवारी, प्रतीक शुक्ला और रवि भाटिया जैसे कलाकार मुख्य भूमिका में हैं।
स्वातंत्र्य वीर सावरकर
फिल्म स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर के जीवन पर आधारित है। फिल्म के निर्देशक, सह-लेखक और सह-निर्माता रणदीप हुड्डा हैं। मुख्य भूमिका रणदीप हुड्डा, अंकिता लोखंडे और अमित सियाल ने निभाई है।
द वैक्सीन वॉर
विवेक अग्निहोत्री का निर्देशन। निर्माता पल्लवी जोशी। भारत में कोविड19 महामारी के दौरान कोवैक्सीन के विकास की कहानी बताती है। फिल्म कोविड-19 महामारी के समय में वैज्ञानिक समुदाय और चिकित्सा समुदाय की प्रतिबद्धता को भी दिखाती है। नाना पाटेकर, पल्लवी जोशी, राइमा सेन, अनुपम खेर, गिरिजा ओक, निवेदिता भट्टाचार्य, सप्तमी गौड़ा और मोहन कपूर मुख्य भूमिकाओं में हैं।
द केरल स्टोरी
निर्देशक सुदीप्तो सेन, निर्माता विपुल शाह। केरल की तीन लड़कियों की कहानी है, जिनका धर्मांतरण करा कर मुसलमान बना दिया जाता है। एक चरमपंथी इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के चुंगल में फंस जाती है। फिल्म लव जिहाद एंगल से बनी है। लागत की दृष्टि से पिछले साल की सबसे बड़ी हिट साबित हुई।