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7 जुलाई 2025 · JUL 07 , 2025

राजा रघुवंशी हत्याकांडः एक हत्या और कई सवाल

दुल्हन के हत्यारी बन जाने के पीछे भले ही नापसंदगी कारण रहा हो, लेकिन यह समाज के बदलते स्वरूप पर सोचने का वक्त
सोनम और राजा रघुवंशी

हरी-भरी पहाड़ियों के बीच मेघालय का शांत शहर शिलॉन्ग पिछले दिनों सैर-सपाटे के बजाय दूसरे ही कारणों से चर्चा में रहा। मई की 11 तारीख को इंदौर के राजा रघुवंशी ने इसी शहर की सोनम रघुवंशी से शादी की और दोनों हनीमून के लिए मेघालय चले गए। 20 मई को दोनों सोहरा (चेरापूंजी) पहुंचे। 23 मई को अपने होमस्टे से निकलने के बाद दोनों लापता हो गए और 2 जून को वेइ सावडोंग फॉल्स के पास गहरे घाट में राजा का क्षत-विक्षत शव मिला। इस दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। लेकिन सवाल था कि आखिर राजा की पत्नी सोनम कहां है। सोनम वहां से लापता थी।

पुलिस ने जांच शुरू की और परतें खुलनी शुरू हुईं, तब सामने ऐसी कहानी आई जिसने हर किसी को स्तब्ध कर दिया। हनीमून की आड़ में रची गई यह क्रूर साजिश न केवल एक जान ले गई, बल्कि दो परिवारों की खुशियों को भी हमेशा के लिए खत्म कर गई।

30 वर्षीय राजा रघुवंशी इंदौर के एक प्रतिष्ठित ट्रांसपोर्ट कारोबारी थे। रघुवंशी ट्रांसपोर्ट नाम से चलने वाले उनके पारिवारिक व्यवसाय का सालाना टर्नओवर लगभग 10 करोड़ रुपये बताया जाता है। साधारण परिवार की सोनम की शादी राजा से पारिवारिक सहमति से हुई थी। राजा के परिजनों के अनुसार, सोनम शुरू से ही शादी में ज्यादा रुचि नहीं दिखा रही थी, लेकिन परिवार, रिश्तेदारों ने इस बात को नजरअंदाज कर रिश्ता तय कर दिया।

पकड़ मेंः सोनम को गिरफ्तार कर ले जाती मेघालय पुलिस

पकड़ मेंः सोनम को गिरफ्तार कर ले जाती मेघालय पुलिस

राजा के भाई विपिन रघुवंशी का कहना है कि घर में दोनों ने बताया था कि वे असम में मां कामाख्या देवी के दर्शन के लिए जा रहे हैं, लेकिन बाद में पता चला कि वे मेघालय चले गए थे।

23 मई को दोनों पूर्वी खासी हिल्स जिले के नोंग्रियाट गांव स्थित डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज घूमने गए। वहीं से दोनों अचानक लापता हो गए। कुछ घंटों बाद उनकी किराए पर ली गई स्कूटी सुनसान जगह पर लावारिस मिली, जिससे पुलिस को मामला संदिग्ध लगा। कई दिन की खोजबीन के बाद 2 जून को राजा का शव वेइसावडॉन्ग झरने के पास गहरी खाई में मिला। पोस्टमॉर्टम में पता चला कि राजा के सिर पर धारदार हथियार से वार किए गए थे। शव की पहचान उनके हाथ पर बने टैटू से हुई, जिस पर उनका नाम राजा गुदा था।

शुरुआत में पुलिस को यह दुर्घटना या डकैती जैसा मामला लगा, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, कहानी में गहराई और साजिश के संकेत मिलते गए। सोनम शुरू में लापता थी, लेकिन होटल के कमरे में उसका बैग, मंगलसूत्र और अंगूठी मिली। नवविवाहिता का मंगलसूत्र छोड़ कर जाना पुलिस को खटका। उसके बाद मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई गई।

इसके बाद मध्य प्रदेश और मेघालय की पुलिस ने जांच शुरू की। 6 जून को मेघालय पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला, जिसमें सोनम और राजा तीन युवकों के साथ दिखे। पुलिस को शक हुआ कि ये तीनों युवक हत्या में शामिल हो सकते हैं। इंदौर क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश डंडोतिया के अनुसार, ‘‘6 जून को मेघालय पुलिस ने हमें बताया कि इन लड़कों के पास इंदौर का सिम कार्ड है। हमें उन पर नजर रखने को कहा गया।’’

8 जून को मेघालय और इंदौर पुलिस की संयुक्त टीम ने इन तीनों को पकड़ा और पूछताछ की। इसमें पता चला कि राजा की हत्या की मास्टरमाइंड सोनम ही थी। साथियों के पकड़े जाने के अगले दिन सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक ढाबे पर रोती हुई पैदल पहुंचीं और मोबाइल मांगकर उसने अपने भाई गोविंद से बात की। फोन पर उसने अपने भाई को बताया कि राजा की हत्या बदमाशों ने कर दी है और उसे नहीं पता कि वह गाजीपुर कैसे पहुंचीं। पुलिस को सूचना मिलते ही सोनम को हिरासत में ले लिया गया।

जांच में सामने आया कि सोनम का इंदौर के ही युवक राज कुशवाहा से प्रेम संबंध था। दोनों का रिश्ता शादी से पहले से था और दोनों ने मिलकर राजा को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी। पुलिस के मुताबिक, सोनम और राज ने मिलकर तीन और लोगों- आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद को इस काम में शामिल किया।

पुलिस के अनुसार, 20 मई को राजा और सोनम के शिलॉन्ग पहुंचने से पहले ही राज और उसके तीन दोस्त वहां पहुंच चुके थे। सोनम ने एक स्कूटी किराए पर ली और सोहरा की ओर निकल पड़ी। चारों आरोपियों ने भी स्कूटी किराए पर ली और दोनों के पीछे-पीछे चल दिए। स्कूटी में लगे जीपीएस से पुलिस को उनके मूवमेंट की जानकारी मिली।

हत्या के दिन सोनम राजा को ट्रेकिंग के बहाने सुनसान जगह पर ले गई और वहीं चारों ने मिलकर राजा की हत्या कर दी। हत्या के बाद सोनम ने राजा के शव से गहने उतारे और घटनास्थल से निकल गई। बाद में गुवाहाटी से ट्रेन पकड़कर इंदौर पहुंचीं, जहां राज कुशवाहा से मिली और फिर गाजीपुर जाकर आत्मसमर्पण का नाटक किया।

पुलिस के पास कॉल रिकॉर्ड, व्हाट्सऐप चैट्स, सीसीटीवी फुटेज, ट्रांजैक्शन डिटेल्स जैसे कई डिजिटल सबूत हैं, जो साजिश की पुष्टि करते हैं। सोनम के दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं, जिनमें एक में हत्या से संबंधित चैट्स और लोकेशन ट्रैकिंग ऐप्स मिले हैं। एक सीसीटीवी फुटेज में 23 मई को राजा और सोनम एक गाइड के साथ ट्रेकिंग रूट पर जाते दिखे थे। हालांकि गाइड को फिलहाल क्लीनचिट मिल चुकी है।

पूछताछ में सोनम ने हत्या की साजिश रचने की बात स्वीकारी और यह भी माना कि वह घटनास्थल पर मौजूद थी। पुलिस को शक है कि गाजीपुर जाकर उसने खुद को पीड़िता दिखाने का नाटक रचा, ताकि मामला उलझाया जा सके।

11 जून को सभी पांचों आरोपियों को मेघालय की अदालत में पेश किया गया। वहां से इन्हें 8 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस अब बारी-बारी से पूछताछ कर रही है। तीनों को घटनास्थल पर ले जाकर क्राइम सीन को रीक्रिएट भी किया गया है।

इस बीच सोनम के गर्भवती होने की भी अफवाहें हैं लेकिन मेडिकल जांच में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस उसकी मानसिक स्थिति और मंशा की भी जांच कर रही है। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने कहा कि यह मामला राज्य के लिए अलग तरह का है और पुलिस ने जिस तत्परता से कार्रवाई की है, वह सराहनीय है।

राज कुशवाहा जिसके लिए सोनम ने अपने पति राजा की हत्या की

राज कुशवाहा जिसके लिए सोनम ने अपने पति राजा की हत्या की

राजा के परिवार का गम और गुस्सा साफ है। उनकी मां उमा रघुवंशी ने कहा कि अगर सोनम दोषी पाई जाती है, तो उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। भाई विपिन रघुवंशी ने कहा कि यह केवल हत्या नहीं, विश्वासघात है और सभी दोषियों को फांसी दी जानी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि सोनम की नजर परिवार की संपत्ति पर थी, इसी वजह से वह शादी के लिए राजी हुई थी।

वहीं सोनम का भाई गोविंद राजा के पिंडदान में भी शामिल हुआ। उसने कहा कि यदि सोनम दोषी है, तो वह भी उसके खिलाफ है और उसे सजा मिलनी चाहिए। गोविंद ने कहा कि सोनम राज को राखी बांधती थी। उसे उन दोनों के अलग तरह के रिश्ते की कोई जानकारी नहीं है। गोविंद राजा के घर जाकर उनकी मां से मिला था और दुख जताया था। इससे राजा के परिवार को गोविंद पर भी शक है कि उसे भी इस मामले में जानकारी है। राजा के परिवार ने गोविंद के भी नार्को टेस्ट की मांग की है।

फिलहाल पुलिस के छह ठोस सबूतों- सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड्स, ट्रांजैक्शन डेटा, घटनास्थल से मिली खुखरी, होटल रजिस्ट्रेशन डिटेल्स और सोनम के मोबाइल्स से मिली जानकारियों के आधार पर आगे की जांच में जुटी हुई है। इन्हीं सबूतों के आधार पर पुलिस केस की चार्जशीट तैयार कर रही है। अगले 90 दिनों में यह चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी।

अब तक हत्या का असल मकसद सामने नहीं आ पाया है। राजा के परिवार को शक है कि बात सिर्फ इतनी नहीं है कि सोनम राजा से शादी करना नहीं चाहती थी। पुलिस को सोनम के खातों के लेनदेन से हवाला कारोबार की भी जानकारी मिली है। पुलिस हवाला कारोबार के एंगल से भी जांच कर रही है।

इस बीच राजा के भाई सचिन रघुवंशी ने यह कह कर सनसनी फैला दी है कि सोनम ने अपने बीमार पिता की सेहत के लिए उनके भाई की नरबली दी है। सचिन ने यह भी आरोप लगया है कि सोनम का परिवार तांत्रिक क्रियाओं और टोटकों में बहुत विश्वास करता है।

 

 

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