जैसलमेर के विद्युत वितरण निगम के इंजीनियर एस एल सुखाड़िया ने बताया कि सोनार किले पर लगी फ्लड लाइटों का 10 लाख रूपये से अधिक बिल बकाया है। पर्यटन विभाग ने इसका भुगतान नहीं किया और बिजली विभाग ने बिजली का कनेक्शन काट दिया है। भुगतान के बाद ही बिजली बहाल की जाएगी।
जोधपुर के पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक विकास कुमार पाण्डेय ने बताया कि सोनार किले पर लगी लाइटों के बकाये का भुगतान करने के लिए राज्य सरकार को पत्र भेजा गया है और इस मद का बजट आने पर जल्द से जल्द भुगतान जमा करा दिया जाएगा।
जैसलमेर के जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि सोनार किले की लाइटें शुरू करने के लिए प्रयास जारी हैं इसके लिए राज्य सरकार को दो बार पत्र भी लिखा जा चुका है।
बिजली न होने के कारण सोनार किला रात में अंधेरे में डूबा नजर आता है, जबकि सैलानी रात में जगमगाते सोनार किले को देखने की चाहत में यहां आते हैं।
राजस्थान के पर्यटन विभाग और नगरपालिका जैसलमेर ने 1996-97 में 36 लाख रुपये खर्च कर सोनार किले के चारों ओर 540 फ्लडलाइट लगवाई थीं।