सुशांत सिंह राजपूत नशेबाज; यह न्याय है या अन्याय? ये सब सुशांत सिंह राजपूत के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए किया गया। लेकिन, विडंबना यह है कि जून में... SEP 09 , 2020
मीडिया नियमन प्राधिकरण बने “मीडिया नियमन प्राधिकरण के पास बिजनेस और संपादकीय सामग्री दोनों के नियमन का अधिकार हो” “मीडिया... SEP 07 , 2020
मीडिया आजाद है! “बिजनेस के तौर-तरीकों ने जनता के बीच मीडिया की साख पर सवाल खड़े किए” न कोई मीडिया मुगल है, न ही मीडिया... SEP 06 , 2020
अलविदा एक युग, अनेक राज मोटे तौर पर कहें तो देश के राजनीतिक नेता हमेशा घनिष्ठता से बचते हैं। यह बात दिवंगत प्रणब मुखर्जी पर भी... SEP 05 , 2020
शर्मिंदगी का सबब जीवन के ज्यादातर समय मुझे पत्रकार होने पर गर्व रहा है, सिवाय उन लम्हों के जब प्रमोशन में देरी हुई या... SEP 05 , 2020
निचले स्तर पर टेलीविजन पत्रकारिता मेरा मानना है कि सुशांत सिंह राजपूत पर की जा रही टेलीविजन पत्रकारिता काफी तुच्छ, बेसिर-पैर और खतरनाक... SEP 05 , 2020
महादलित नेता मांझी की एनडीए में वापसी: चुनावी माहौल में नीतीश को मिली बड़ी बढ़त जैसा कि कहते हैं 'राजनीति में कोई स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होते।' राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन में... SEP 03 , 2020
राहत इंदौरी: बड़े शायर का विदा होना “राहत साहब मुशायरों के बादशाह थे” राहत साहब से मेरा करीब 20 साल का करीबी संबंध रहा है। हमने साथ में कई... AUG 28 , 2020
आओ, पिंजरे में बंद तोता बनो “प्रशासनिक सेवा में पेशेवराना रुख घटा, अधिकारियों को स्थिरता प्रदान न करना सबसे बड़ी चुनौती” आधी... AUG 26 , 2020
डीएम होने के मायने “प्रशासनिक सेवा में ग्रामीण परिवेश या साधारण परिवारों से आने वालों की संख्या बढ़ना सुखद संकेत... AUG 26 , 2020