हिंदी का राजनैतिक महत्व चुक गया है! लोकसभा के लंबे चुनावों का फल चखा भर था, स्वाद कैसा है, यह सोचने का समय एकाएक खत्म हो गया है और लोग अब... JUN 13 , 2019
कांग्रेस को वैचारिक आधार पुनर्जीवित करना होगा स्वाभाविक ही था कि भोपाल से भाजपा की उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर जब मतगणना के अंतिम दौर में मतगणना स्थल पर... JUN 03 , 2019
ग्रामीण आर्थिकी को मजबूत करना जरूरी “मोदी सरकार ने पिछले पांच वर्षों के दौरान कृषि अर्थव्यवस्था और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार... MAY 31 , 2019
बेरोजगारों की अनदेखी न हो तीस मई 2019 को जब नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, उनके लिए उस समय भी बढ़ती... MAY 31 , 2019
चरण सिंह ने दिखाई राह “आधुनिक भारत के चंद नेताओं में शुमार हैं, जिनके आर्थिक मॉडल में संभव है मौजूदा कृषि संकट का हल” भारत... MAY 17 , 2019
विकास की रफ्तार झूठी, आंकड़ों की साख लुटी सरकारी आंकड़े जुटाने वाली एजेंसी एनएसएसओ से उभरे सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के नए आंकड़ों को लेकर... MAY 16 , 2019
पेप्सिको केस से कृषि क्षेत्र के एक और संकट की आहट खुद को स्नैक्स बनाने वाली कंपनी कहने वाली पेप्सिको इंडिया ने गुजरात के चार किसानों के खिलाफ कानूनी... MAY 02 , 2019
सुप्रीम कोर्ट की साख पर ऐसा सवाल तो शायद ही कभी उठा डॉ. भीम राव आंबेडकर ने 24 मई 1949 को कहा था, “मुझे व्यक्तिगत रूप से कोई संदेह नहीं है कि प्रधान न्यायाधीश... MAY 02 , 2019
आंतकवाद से पीड़ित श्रीलंका को दिखानी होगी सख्ती 21 अप्रैल रविवार को श्रीलंका में तीन चर्चों और तीन लक्जरी होटलों में हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों में... APR 22 , 2019
जनहित में विकल्प परखने का वक्त “इस बार एक अच्छी, जनहितकारी फसल बोने और उसे लहलहाने वाले कदमों की संभावना नजर आ रही है तो इसकी वजह है... APR 19 , 2019