Advertisement

एयर स्ट्राइक: उड़ी के मुकाबले इस बार अलग हो सकता है पाकिस्तान का जवाब

आज सुबह भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर एयर...
एयर स्ट्राइक: उड़ी के मुकाबले इस बार अलग हो सकता है पाकिस्तान का जवाब

आज सुबह भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर एयर स्ट्राइक किया। भारत ने इस कदम के साथ पाकिस्तान को मजबूती से जवाब दिया है।

अब यह पाकिस्तान पर है कि वह भारतीय कार्रवाई का जवाब कैसे देना चाहता है. क्या वह भारतीय वायु सेना द्वारा अपने क्षेत्र के अंदर जैश के "सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर" पर "गैर-सैन्य" ऑपरेशन को नजरअंदाज कर सकेगा, और चिंतन करेगा या फिर भारत के अंदर एक ऐसे ही हमले को अंजाम देगा, यह पाकिस्तान सरकार के फैसले पर निर्भर करेगा।

हालांकि उड़ी आतंकी हमले के मद्देनजर 2016 में भारतीय सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भारतीय कार्रवाई से इनकार करते हुए किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं देने का फैसला किया था, लेकिन इस बार उसकी प्रतिक्रिया अलग हो सकती है।

भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने एक बयान में कहा, "आज सुबह के शुरुआती घंटों में एक खुफिया अभियान के तहत, भारत ने बालाकोट में जैश के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया।"

उन्होंने दावा किया कि इंडियन एयरफोर्स के ऑपरेशन में बड़ी संख्या में जैश के आतंकवादियों, प्रशिक्षकों, वरिष्ठ कमांडरों और जिहादियों के समूहों, जिन्हें आत्मघाती हमलों के लिए प्रशिक्षित किया गया था, को खत्म कर दिया गया। गोखले ने कहा, "भारत सरकार आतंकवाद के खतरे से लड़ने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के लिए दृढ़ और संकल्पबद्ध है।" उन्होंने कहा, “इसलिए यह गैर-सैन्य कार्रवाई विशेष रूप से जैश के शिविर पर लक्षित थी। लक्ष्य भी नागरिक हताहतों से बचने की हमारी इच्छा के अनुरूप था।”

भारतीय बयान में दो महत्वपूर्ण बिंदु हैं: एक, यह एक "गैर-सैन्य" कार्रवाई थी, जिसका अर्थ है कि यह पाकिस्तानी सेना पर लक्षित नहीं था। साथ ही, नागरिक हताहतों से बचने में सावधानी बरती गई। दूसरा, भारत को उन जैश आतंकवादियों के खिलाफ जवाब देने के लिए मजबूर किया गया था, जो सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार थे, उन्होंने 12 दिन पहले पुलवामा में 40 जवानों की हत्या कर दी थी।

पाकिस्तान की ओर से पहली प्रतिक्रिया भारतीय कार्रवाई को कमतर दिखाने के लिए थी। पाकिस्तान के डीजीआईएसपीआर के प्रमुख जनरल आसिफ गफूर ने ट्विटर पर कहा, “भारतीय विमानों ने मुजफ्फराबाद सेक्टर से घुसपैठ किया। पाकिस्तान वायु सेना ने समय पर प्रभावी जवाब दिया जिसके बाद भारत की ओर से जल्दबाजी में पेलोड जारी किया गया जो बालाकोट के पास गिर गया। इस दौरान कोई हताहत या नुकसान नहीं हुआ।”

यह पाकिस्तानी पक्ष की प्रारंभिक प्रतिक्रिया हो सकती है। लेकिन जन नेतृत्व और पाकिस्तानी सेना दोनों पर सरकार के राजनीतिक विरोधियों से संभावित दबाव की संभावना है। यह दबाव भारत के अंदर कुछ लक्ष्यों पर पारस्परिक हवाई हमले के रूप में है, जिसे आने वाले दिनों में खारिज नहीं किया जा सकता है।

हालांकि भारत सरकार ने स्पष्ट नहीं किया है, ले‌किन यदि बालाकोट का उल्लेख खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में है, तो इस क्षेत्र को जैश के प्रशिक्षण शिविरों के आश्रय के लिए जाना जाता है।

बालाकोट खैबर-पख्तूनख्वा में एक शहर है जो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान का गृह क्षेत्र है। इसके अलावा, पीटीआई सरकार ने नवाज शरीफ की पीएमएल-एन और आसिफ जरदारी की पीपीपी जैसे अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों को पिछले साल शरद ऋतु में सत्ता में आने से पहले ही अलग-थलग कर दिया था। पाकिस्तानी सरकार की ओर से हल्की प्रतिक्रिया की संभावना है कि वे सरकार पर दबाव बनाने के लिए उन्हें महत्‍व प्रदान करेंगे। इसके अलावा, पाकिस्तान से संचालित होने वाले विभिन्न चरमपंथी / आतंकवादी समूहों के भी भारतीय कार्रवाई के खिलाफ उसको जवाब देने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए सड़कों पर उतरने की संभावना है।

बालाकोट में भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद वहां की स्थिति का आकलन करने और आगे की रणनीति तय करने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में पाकिस्तानी सरकार की एक आपात बैठक बुलाई गई है। लेकिन अब भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक क्रमिक सैन्य कार्रवाई की प्रबल संभावना है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad