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माली हमले में भारतीय मूल की समाजसेवी अ‍नीता दातार की मौत

माली के एक होटल पर आतंकवादी हमले में मरे 27 लोगों में भारतीय मूल की एक अमेरिकी नागरिक भी शामिल है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जान किरबी ने बताया कि कल के हमले में एकमात्र जिस अमेरिकी नागरिक की मौत हुई वह अनीता अशोक दातार (41) हैं। इन 27 लोगों की मौत के बाद माली में शोक की लहर है और देश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया गया है। देश में 10 दिनों के लिए आपातकाल भी लगा दिया गया है।
माली हमले में भारतीय मूल की समाजसेवी अ‍नीता दातार की मौत

अल्जीरियाई आतंकवादी मुख्तार बेलमुख्तार की अगुवाई में अल कायदा से जुड़े संगठन अल मुराबितून ने यह हमला किया था। अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बलों और माली के सैनिकों ने बमाको में रेडिसन ब्लू होटल में घुसकर आतंकवादियों की घेराबंदी समाप्त की। पेरिस में एक सप्ताह पहले हुए हमलों के बाद आतंकी खतरे को लेकर पैदा हुई आशंकाओं के बीच यह हमला हुआ है। पेरिस हमलों में 129 लोग मारे गए थे जिसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली थी। इसी संगठन ने कुछ सप्ताह पहले मिस्र में एक रूसी यात्री विमान को मार गिराने का भी दावा किया है।

हमलों को लेकर माली सरकार ने दस दिन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आपातकाल की घोषणा कर दी है। पीड़ितों की याद में तीन दिन के शोक का भी एलान किया गया है। इन हमलों में तीन चीनी, एक अमेरिकी भारतीय और एक बेल्जियाई नागरिक भी मारे गए हैं। माली सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि हमले में बंधक बनाए गए 100 से अधिक लोगों में से 27 मारे गए हैं जबकि तीन आतंकवादी मारे गए या उन्होंने खुद को विस्फोटकों से उड़ा लिया।

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आज इस भयावह हमले की निंदा करने के साथ ही कहा कि इस बर्बरता ने चरपमंथी हिंसा से निपटने की हमारी प्रतिबद्धता को और गहरा किया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हांग लेई ने पीड़ितों और उनके परिजन के प्रति संवेदना जताते हुए कहा, चीन आक्रोश व्यक्त करता है और इस अत्याचार की कड़ी निंदा करता है। वर्ष 2012 में अल कायदा से जुड़े जिहादी समूहों के देश के उत्तरी हिस्से में अपना प्रभाव बढ़ाने के बाद से ही माली में अशांति बनी हुई है। इसके अगले ही साल फ्रांस की अगुवाई में चलाए गए सैन्य अभियान के बाद इस्लामी चरपमंथियों को खदेड़ दिया गया था लेकिन माली के काफी बड़े हिस्से में अराजकता बनी हुई है।  

 

अफ्रीकी देशों में विकास कार्यक्रमों को सपर्तित थीं अनीता दातार  

अंतरराष्‍ट्रीय विकास से जुड़े मामलों की विशेषज्ञ अनीता दातार ने अपना जीवन दुनिया के सबसे गरीब देशों में शिक्षा और स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं मुहैया कराने को समर्पित कर दिया था। अमेरिकी विदेश मंत्री जान केरी ने एक ट्वीट में कहा, हम माली हमलों में मारी गईं अमेरिकी अनीता दातार और दूसरे लोगों की मौत पर शोक व्यक्त करते हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के माध्यम से जारी एक बयान में दतार के परिवार ने कहा कि वह इस खबर से दुखी हैं। परिवार ने कहा, हम दुखी हैं कि अनीता चली गई - हम नहीं मान पा रहे हैं कि वह हिंसा और आतंकवाद के कृत्य में मारी गई। अनीता वाशिंगटन डीसी के उपनगर मेरीलैंड के टकोमा पार्क में रहती थीं। 

अनीता कोलंबिया यूनिवर्सिटी के जोसफ मेलमैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ और स्कूल ऑफ इंटरनेशनल ऐंड पब्लिक अफेयर्स से एमपीएच और एमपीए किया। अनीता ने 1997 से लेकर 1999 तक पीस कोर के साथ सेनेगल में काम किया। उन्होंने आबादी और प्रजनन स्वास्थ्य, परिवार नियोजन एवं एचआईवी पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने कॅरिअर का ज्यादातर वक्त वैश्विक स्वास्थ्य एवं अंतरराष्ट्रीय विकास पर लगाया।

 

 

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