सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद समीर ने अपने फेसबुक पेज पर एक बयान में बताया, 70 से अधिक आतंकवादी तत्वों ने नार्थ सिनाई में एक साथ पांच सुरक्षा चौकियों पर हमले किए। खूंखार आतंकवादियों और जवानों के बीच संघर्ष जारी है। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार सेना और पुलिस फिलहाल थल और वायु सेना का इस्तेमाल करते हुए हमलावरों का पीछा कर रहे हैं। नार्थ सिनाई के शेख जुवैद शहर में हुए हमले में आत्मघाती कार बम और भारी हथियारों का इस्तेमाल किया गया जिसमें चौकियों के बड़े हिस्से को नुकसान पहुंचा। मारे गए लोगों की संख्या को लेकर विरोधाभासी खबरें हैं। सूत्रों का कहना है कि कम से कम 60 सैनिक मारे गए जबकि समीर ने मारे गए और घायल हुए लोगों की संख्या 10 बताई। लेकिन इस बड़े हमले के बाद मारे गए सैनिकों की सही संख्या के बारे में पुष्टि नहीं हो सकी।
अधिकारियों के अनुसार आतंकवादियों ने कई जवानों को बंधक भी बना लिया तथा बड़ी संख्या में हथियारों और बख्तरबंद वाहनों को अपने कब्जे में ले लिया। इस्लामिक स्टेट की सिनाई प्रांत स्थित मिस्र शाखा ने ऑनलाइन बयान में हमलों की जिम्मेदारी ली है। सेना ने एक बयान में कहा कि हमलों में 23 आतंकवादी मारे गए। दो दिन पहले मिस्र के महाभियोजक हिशाम बरकत की यहां एक कार बम हमले में हत्या कर दी गयी थी। एक दिन पूर्व ही राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता जताई थी। जनवरी 2011 में पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक को क्रांति के जरिये सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद मिस्र के नार्थ सिनाई में कई हिंसक हमले हो चुके हैं।