पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन तनाव के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ लगातार चीन को लेकर कड़े बयान दे रहे हैं। चीन द्वारा पड़ोसी देशों को हिंसक टकराव के लिए उकसाने और आक्रामक रूख अख्तियार करने को लेकर पोम्पिओ ने कहा है कि चीन पड़ोसी देशों को हिमालय में नहीं धमका सकता है और धौंस भी नहीं दिखा सकता।
मंगलवार को लंदन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए पोम्पिओ ने कहा कि चीन ब्रिटिश के विदेश सचिव डॉमिनिक रैब के साथ चर्चा के लिए महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक था। पोम्पिओ ने चीन को लेकर कहा, “आप उन समुद्री क्षेत्रों के लिए दावे नहीं कर सकते, जिनके लिए आपके पास कोई वैध दावा नहीं है। आप देशों को धमका नहीं सकते और उन्हें हिमालय में अपना धौंस नहीं दिखा सकते हैं। आप विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) जैसे संस्थान को कवर-अप और को-ऑप्ट नहीं कर सकते हैं।"
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उन्होंने कहा, “मैं इस तरह से इसके बारे में नहीं सोचता; हम इसके बारे में इस तरह से नहीं सोचते हैं। हमें लगता है कि पूरी दुनिया को यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है कि चीन सहित सभी देश अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के अनुरुप व्यवहार करें।" पोम्पिओ ने आगे कहा, “हमने इस बारे में बात की है कि कैसे हांगकांग की स्वतंत्रता को कुचला गया है। हमने देखा है कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) ने अपने पड़ोसियों, दक्षिण चीन सागर में मिलिट्री सुविधाओं और भारत के साथ हिंसक टकराव के लिए उकसाया है।"
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भारत चीन के बीच बीते कई महीनों से तनाव की स्थिति बनी हुई है। पिछले महीने 15-16 जून को पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों देश की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें भारत के बीस सैनिक शहीद हो गए थे। उसके बाद कई स्तर पर दोनों देश के बीच बातचीत हुई है और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सहमती बनी है। जिसमें दोनों देश की सेना पीछे हटी है। अभी बातचीत का दौर जारी है।