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हिलेरी और ट्रंप का पूर्वोत्तर के जरिये वापसी पर जोर

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के प्रमुख दावेदार, हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रंप ने अपने लिए अनुकूल माने जाने वाले पूर्वोत्तर क्षेत्र में भारी जीत हासिल करने की दिशा में प्रयास करने शुरू कर दिए हैं। उनकी कोशिश है कि वह डेलीगेट्स का भारी समर्थन हासिल करके अपने प्रतिद्वंद्वियों के समक्ष ऐसी चुनौती पेश करें, जिससे पार पाना उनके लिए संभव ही न हो।
हिलेरी और ट्रंप का पूर्वोत्तर के जरिये वापसी पर जोर

ट्रंप और हिलेरी ने 19 अप्रैल को होने वाले प्राइमरी चुनाव से पहले कल न्यूयार्क में प्रचार किया। इस प्राइमरी के आधार पर डेलीगेट्स की एक बड़ी संख्या को अपने पक्ष में किया जा सकता है। इन डेलीगेट्स को ही जुलाई में होने वाले अपने राष्ट्रीय सम्मेलनों में अपने-अपने दल के उम्मीदवार चुनने हैं। अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी और टेक्सास के सीनेटर टेड क्रूज के हाथों पिछले मंगलवार को विस्कॉन्सिन में हार झेल चुके ट्रंप की कोशिश अपने इस गृहराज्य में जीत के जरिये वापसी करने की है। ट्रंप अब भी 1237 डेलीगेट्स का समर्थन हासिल करने से काफी पीछे हैं। उन्हें रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने के लिए इतनी संख्या में डेलीगेट्स का समर्थन जुटाना ही होगा।

 

वहीं शनिवार रात को वरमोंट सीनेटर बर्नी सैंडर्स के हाथों वाइयोमिंग में हारीं हिलेरी की कोशिश है कि सैंडर्स भले ही कितने भी राज्यों में जीत जाएं, डेलीगेट्स के बीच हिलेरी की बढ़त बनी रहे। इस दिशा में उनका मुख्य लक्ष्य न्यूयार्क में जीत हासिल करने का है। अमेरिकी सीनेट में वह न्यूयार्क का ही प्रतिनिधित्व करती हैं। ब्रूकलिन में जन्मे सैंडर्स न्यूयार्क को अपना गृह राज्य बता सकते हैं। न्यूयार्क सिटी के गिरिजाघरों में रूकने के बाद हिलेरी मेरीलैंड में अपनी पहली प्रचार रैली के लिए बाल्टीमोर रवाना हो गईं। वहां उन्होंने मशहूर स्थायी कांग्रेस सदस्य एलिजा कमिंग्स का समर्थन हासिल किया।

 

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