सीआईए सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि 2011 की एक मई को अबोटाबाद में अमेरिकी नौसेना की कमांडो कार्रवाई में अल कायदा प्रमुख लादेन को मार गिराया गया था। इस पूरे अभियान में शामिल अमेरिकी कूटनीतिकों और सीआईए के अफसरों पर आईएसआई ने नजरदारी बढ़ा दी थी। तब वहां इस्लामाबाद में आईएसआई के स्टेशन प्रमुख थे जोनाथन बैंक। पाकिस्तानी आईएसआई की नजर में जोनाथन खटक रहे थे। उन्हें जहर देने या किसी आत्मघाती हमले में मार डालने की साजिश रची गई थी।
तब सीआईए के डिप्टी प्रमुख माइकल मोरेन पाकिस्तान के सफर पर गए थे। उन्होंने विमान तक छोड़ने गए जोनाथन बैंक और कई अफसर अचानक विमान में सवार होकर अमेरिका लौट गए। जोनाथन के बाद सीआईए ने इस्लामाबाद मार्क केल्टन को भेजा।